मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अयोध्या मामले में शनिवार को आ रहे सुप्रीम कोर्ट के फैसले को केंद्र में रख अपनी मधेपुरा, किशनगंज व पूर्णिया की यात्रा स्थगित कर दी है। शनिवार को उन्हें इन जिलों में विकास योजनाओं की समीक्षा करनी थी। मुख्यमंत्री शनिवार की सुबह वाल्मीकिनगर से ही पटना लौट आए। अपनी यात्रा से लौटने से पहले सीएम नीतीश ने बगहा में कहा कि अयोध्या मामले में सुप्रील कोर्ट का जो भी फैसला हो, वो सबको मान्य होना चाहिए।
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सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आए वो सभी को मानना चाहिए। ये मामला बहुत लंबे समय से चल रहा था। बिहार के लोग शांति और आपसी सौहार्द का वातावरण बनाए रखें।
अाधकारिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या मसले की संवेदनशीलता को ध्यान में रख मुख्यमंत्री ने देर रात मुख्यसचिव व डीजीपी सहित आला अधिकािरयों से बात भी की। सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा गया है। असामाजिक तत्वों व अफवाह फैलाने वालों पर निगाह रखने की हिदायत दी गई है। मुख्यमंत्री फैसले को ध्यान में रख शनिवार को आला अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे।
पटना आने से पहले बगहा में सीएम ने कहा कि इस मसले को लेकर समाज में सौहार्द हो न कि कोई विवाद की स्थिति होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इतने दिनों से ये मामला चल रहा है और अंतत: सुप्रीम कोर्ट में जा पहुंचा है. ऐसे वक्त जब आज फैसला आने वाला है मेरी सभी लोगों से अपील है कि इस फैसले को लेकर और इस विषय को लेकर कोई विवाद न करें साथ ही आपस में सौहार्द बनाए रखें.
बता दें कि राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के मामले में शनिवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आना है। इस फैसले के आने से पहले ही देश भर में सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट रखा गया है।
फैसले से पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विभिन्न धर्म गुरुओं ने भी लोगों से शांति बनाए रखने तथा न्यायालय के फैसले का सम्मान करने की अपील की है।
Input : Dainik Jagran