पर्यावरण के लिए हानिकारक पुराने वाहनों की जांच होगी। सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने 15 वर्ष पुराने वाहनों की जांच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही हेमलेट व सीट बेल्ट को लेकर सघनता से जांच करने को कहा है।

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Photo by Saurav Anuraj

डीटीओ मो. नजीर अहमद ने सप्ताह में एक दिन जांच अभियान चलाये जाने की जानकारी दी। स्थायी दल बनाकर नियमित रूप से निर्धारित स्थलों पर जांच के आदेश दिए गए। बैठक में अनुपस्थित रहने के कारण कार्यपालक अभियंता एनएचआइ से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया।

डीएम ने ट्रैफिक डीएसपी को निर्देश दिया कि पिछले दो वर्ष में हुई सड़क दुर्घटना एवं उससे हुई मृत्यु की थानावार सूची उपलब्ध कराने को निर्देश दिया है। उन्होंने लुंज-पूंज ट्रैफिक व्यवस्था पर नाराजगी जाहिर की। आरसीडी के अभियंता को कार्य में लापरवाही को लेकर फटकार लगाई। सड़क दूघर्टना को रोकने के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी को ब्लैक स्पॉट को चिह्नित करते हुए प्रतिवेदेन उपलब्ध कराने का कहा। चांदनी चौक पर खड़े वाहनों पर कोई जुर्माना न लगने पर नाराजगी प्रकट की।

उन्होंने निर्देश दिया कि समाहरणालय में आने वाले सभी तरह के वाहनों की जांच करें एवं नियम विरुद्ध वाहन परिचालन पर कड़ाई से जुर्माना करें। वाहनों में स्पीड गर्वनर अनिवार्य रुप से लगाने, स्कूली बसों व उनके चालकों के लाइसेंस की जांच का आदेश दिया। हाइवे पेट्रोलिंग को नियमित करने का निर्देश दिया। सभी प्रखंडों और शहर के महत्वपूर्ण और सार्वजनिक स्थलों पर व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाने का निर्देश दिया गया।

सड़क दुर्घटना में घायल पीडि़तों को मदद करने वाले को पुरस्कृत करने का भी निर्देश दिया गया। इसके अतिरिक्त महाविद्यालयो में रोड सेफ्टी एंबेस्डर, एम्बुलेंस की उपलब्धता,थर्ड पार्टी इंश्योरेंस एवं सड़क दुर्घटना में मृत्यु एवं मुआवजा की स्थिति की भी समीक्षा की गई।

Input : Dainik Jagran

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