कांटी के शेरुकाही में दाता शाह मोहम्मद तेग अली का सालाना उर्स बुधवार से शुरू हो गया। देर रात मजार शरीफ पर मजार कमेटी व ग्रामीणों की ओर से चादरपोशी व गुलपोशी के बाद उर्स प्रारंभ हो गया। मजार शरीफ पर चादरपोशी व गुलपोशी का क्रम सुबह तक चलता रहा। उर्स पर हजारों लोगों ने दाता के मजार पर चादरपोशी कर सुख शांति, समृद्धि व अमन चैन की दुआएं मांगी।
उर्स को लेकर मजार शरीफ पर कुरानख्वानी व फातेहाख्वानी हुई। बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश समेत देश के कोने-कोने से आए अकीदतमंदों से मजार परिसर पट रहा। रातभर पुरा मजार परिसर दाता के जयकारों से गूंजता रहा। मजार के गद्दीनशी शाह मोहम्मद अली इब्राहिमी ने बताया कि दाता के मजार पर आने वाले सभी लोगों की मुराद पूरी होती है।
पूर्व मुखिया सुदर्शन मिश्र ने बताया कि मजार साम्प्रदायिक सद्भाव की मिशाल पेश करता है। हिन्दू व मुसलमान दोनों यहां चादरपोशी के लिए आते है। मजार कमेटी की ओर से लंगर-ए-तकसीम का आयोजन भी किया गया। इसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए। गुरुवार को दिनभर चादरपोशी के बाद देर रात उर्स का समापन होगा। शाम में मजार परिसर में नात व तकरीर भी होगी।