अभय राज (मुज़फ़्फ़रपुर)
मुज़फ़्फ़रपुर में अपराधी बेलगाम हो गए है.आए दिन हत्या,लूट व छिनतई जैसी घटना घट रही है.वही बीते कुछ दिनों में कई स्वर्ण व्यवसाईयो कि भी हत्या हुई है.जिससे नाराज़ स्वर्ण व्यवसाइयों ने बुधवार को सर्राफा मंडी पूरी तरह बंद कर दिया.साथ ही प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी व विरोध प्रदर्शन किया.ज़िले में लगातार हो रहे सर्राफा व्यवसाइयों के हत्या के विरोध में बुधवार को सर्राफा मंडी पूरी तरह बंद रहा.जिस कारण दूर दराज से आए ग्राहकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.संगठन के लोगो ने प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी किया.साथ ही विरोध प्रदर्शन भी किया.सर्राफा संगठन के लोगो ने बताया कि अपराधी बेलगाम हो गए है.आए दिन सर्राफा कारोबारियों की हत्या हो रही है.लेकिन पुलिस मूक दर्शक बनी हुई है.प्रशासन अगर ससमय सुरक्षा मुहैया नही कराती है.तो सभी सर्राफा कारोबारी दुकान बंदकर जिलाधिकारी को प्रतिष्ठान का चाभी सौप देंगे
स्वर्ण व्यवसायियों में भी कुछ अपराधी और जालसाज किस्म के लोग शामिल हो गए हैं। ये धन बल के बूते बाहुबलियों से साठ गांठ कर विवादास्पद जमीन पर जबरन कब्जा कर लेते है। कुछ तो जमीन पर कोर्ट के इंजेक्शन के बावजूद कानून को ठेंगे पर रख अवैध निर्माण कर शो रूम बना लेते है। इसके पहले जमीन मालिक से एग्रीमेन्ट बनवाकर उसे पैसा दिए बगैर ही कब्जा कर लेते है। मुकेश कुमार नामक एक कथित स्वर्ण ने इसी प्रकार वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्द्धन से एग्रीमेन्ट बनवा कर कुछ राशि ही देकर जमीन पर कब्जा कर शो रूम बनवाना शुरू कर दिया। जबकि एग्रीमेन्ट के अनुसार जमीन से सबंधित कुछ विवाद है, जिसे खत्म होने के बाद ही उन्हें पूरा पैसा देकर कब्जा लेना है। 72 लाख का एग्रीमेन्ट मुकेश कुमार ने कानपुर कोर्ट में 1000 के स्टाम्प पेपर पर किया। यह नोटरी भी हुआ। लेकिन उसने महज 12 लाख देकर जमीन पर कब्जा कर निर्माण करना शुरू कर दिया है। जबकि कोर्ट से उक्त जमीन पर किसी भी प्रकार के निर्माण पर रोक है। गौरतलब है कि मुकेश कुमार एक स्कूल में फर्जी तरीके से टीचर भी है।
उल्लेखनीय है कि उक्त स्वर्ण व्यवसायों मुकेश के पुत्र की कुछ वर्षों पूर्व हत्या कर दी गई थी। जिसे रंजिशन हत्या लोगो ने माना था। बावजूद इसके वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। इस बार उसने एक सीधे- सादे पत्रकार को अपने छल का निशाना बनाया हैं।