एनआरसी को बिहार में लागू नहीं करने को लेकर सीएम नीतीश के बयान के बाद एलजेपी ने भी अपने सुर बदल लिया है। एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद चिराग पासवान ने एनआरसी का समर्थन नहीं करने का फैसला लिया है। चिराग पासवान ने इसको लेकर ट्वीट किया है।
देश के हालात पर कल पार्टी ने चर्चा की और इसकी जानकारी गृह विभाग को भी दी गयी है।जिस तरह का CAB और NRC को जोड़ कर प्रदर्शन देश में हो रहा है उससे साफ़ है कि देश के अहम वर्ग में फैले भ्रम को सरकार दूर करने में विफल रही है।
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) December 20, 2019
लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने शुक्रवार को कहा कि संशोधित नागरिकता कानून और प्रस्तावित एनआरसी को जोड़कर हो रहे प्र’दर्शनों से साफ है कि सरकार देश के अहम वर्ग में फैले भ्रम को दूर करने में विफल रही है।
लोकसभा और राज्यसभा में बिल पास हो जाने के बाद भी देश में इस बिल को लेकर असंतोष बरक़रार है।एसी परस्तिथि उत्पन्न ना हो इसलियी लोक जनशक्ति पार्टी ने इस विधेयक को सदन में लाने से पहले सहयोगियों से विस्तृत चर्चा करने का आग्रह सरकार से किया था। pic.twitter.com/BOuw51GPjf
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संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक का समर्थन करने वाली लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान ने ट्वीट किया, ‘लोकसभा और राज्यसभा में बिल पास हो जाने के बाद भी देश में इस बिल को लेकर असंतोष बरक़रार है।’ उन्होंने कहा, ‘लोक जनशक्ति पार्टी ये विश्वास दिलाती है कि एनआरसी को लेकर मुसलमान, दलित और वंचित वर्ग के लोगों की जो चिंताए हैं, उसका पूरा ध्यान रखा जाएगा। लोक जनशक्ति पार्टी किसी ऐसे विधेयक का समर्थन नहीं करेगी जो आम लोगों के हित में न हो।’
NRC के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने की ज़िम्मेदारी भी सरकार की है।सहयोगी होने के नाते लोक जनशक्ति पार्टी आग्रह करती है की प्रदर्शनकारियों से संवाद कर उनकी चिंताओ को दूर करे।
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लोजपा नेता ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने की जिम्मेदारी भी सरकार की है। लोक जनशक्ति पार्टी आग्रह करती है कि प्रदर्शनकारियों से संवाद कर उनकी चिंताओ को दूर करे। उन्होंने कहा कि देश के हालात पर कल पार्टी ने चर्चा की। पासवान ने कहा कि देश में संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी को जोड़कर जिस तरह का प्रदर्शन हो रहा है, उससे साफ है कि देश के अहम वर्ग में फैले भ्रम को सरकार दूर करने में विफल रही है।