नागरिकता कानून (CAA) और एनआरसी (NRC) के मुद्दे पर सबसे मुखर लोगों में जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) भी एक हैं।
एक के बाद एक ट्वीट के जरिये जब उन्होंने CAA और NRC के खि’लाफ आवाज बुलंद की तो CAB पर केंद्र सरकार को सपोर्ट करने वाले सीएम नीतीश कुमार को भी कहना पड़ गया कि वह एनआरसी पर केंद्र सरकार के साथ नहीं हैं और अपने राज्य में इसे लागू नहीं होने देंगे. एक बार फिर प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने सीएए और एनआरसी के क्रियान्वयन को रोकने के तरीके बताए हैं.
Two effective ways to stop the implementation of #CAA_NRC are;
(1) Keep protesting peacefully by raising your voice on all platforms, &
(2) Ensure most if not ALL of the 16 Non BJP CMs say NO to NRC in their states.
Everything else important as they may is largely tokenism.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 22, 2019
प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया, में लिखा, ‘CAA-NRC के क्रियान्वयन को रोकने के दो प्रभावी तरीके हैं. पहला, सभी प्लेटफार्मों पर अपनी आवाज उठाकर शांतिपूर्वक वि’रोध जारी रखें.
दूसरा, यह सुनिश्चित करें कि सभी 16 गैर बीजेपी शासित राज्यों या इनमें से अधिकांश प्रदेशों के सीएम NRC को अपने राज्यों में न लागू होने देने पर सहमत हों. बाकी की जो भी महत्वपूर्ण चीजें हैं, वे प्रतीकात्मक (Tokenism) हैं.’
https://twitter.com/PrashantKishor/status/1208247357671923714?s=19
प्रशांत किशोर के ट्वीट के बाद कांग्रेस ने सोमवार को राजघाट पर धरना देने का ऐलान किया था. इसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के भाग लेने की संभावना जताई गई थी. हालांकि, इस प्रदर्शन को अब टाल दिया गया है.
Input : News