कंपनीबाग के सिटी पार्क का निर्माण अब स्मार्ट सिटी के अंतर्गत होगा। नौ वर्ष पूर्व शुरू निर्माण कार्य के ठप होने को गंभीरता से लेते हुए डीएम के आदेश के बाद जांच टीम गठित की गई है। टीम में नगर आयुक्त, भवन निर्माण के कार्यपालक अभियंता, बुडको व नगर निगम के कार्यपालक अभियंता, वरीय उप समाहर्ता को शामिल किया गया है। जांच रिपोर्ट के बाद स्मार्ट सिटी की एजेंसी श्रेयी को इस पार्क को बनाने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
बता दें कि वर्ष 2010 में मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना के तहत इस पार्क का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। तब निर्माण के लिए 2.86 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे। इसमें गार्ड रूम, टिकट घर, म्यूजिकल फाउंटेन, रनिंग रीवर, मिनी चिडिय़ाघर, कैंटीन, ओपेन थिएटर, भूल-भूलैया, पाथ वे, बेंच, बच्चों के लिए विभिन्न तरह के झूले आदि बनाने थे। इस दौरान 80 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया।
गिरिडीह की संसार ग्रीन एजेंसी की ओर से यह कार्य कराया जा रहा था। इतने पैसे लेने के बाद भी एक तिहाई कार्य नहीं होने पर तत्कालीन डीएम ने जांच के आदेश दिए। जांच टीम ने एजेंसी के अनुबंध को रद कर दिया। संबंधित एजेंसी ने कोर्ट की शरण ली। उसके बाद पार्क निर्माण का कार्य आगे नहीं बढ़ सका। इधर पार्क की आवश्यकता को देखते हुए जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष की पहल पर फिर से कमेटी जांच कर रही है। शीघ्र ही रिपोर्ट सौंपने की उम्मीद है। इसके बाद स्मार्ट सिटी की श्रेयी एजेंसी डीपीआर बनाकर पार्क का निर्माण शुरू करेगी।
बुडको व नगर निगम के कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार सिन्हा ने कहा कि सिटी पार्क को स्मार्ट सिटी में लिया गया है। डीएम के आदेश पर सिटी पार्क की जांच चल रही है। रिपोर्ट जल्द सौंपा जाएगा। उसके बाद बाद स्मार्ट सिटी की एजेंसी श्रेयी को स्मार्ट सिटी पार्क बनाने का जिम्मा मिलेगा।
Input : Daink Jagran