बिहार की मशहूर मिथिला पेंटिंग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। पूर्व-मध्य रेल की ओर से इन पेंटिंग से मधुबनी स्टेशन एवं संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को सजाया क्या गया कि इन्हें दूर देशों में पहचान मिलने लगी। युनाइटेड नेशंस के भारतीय कार्यालय ने ट्विटर के माध्यम से दोनों ट्रेनों की सजावट को सराहा है। जापान व कनाडा जैसे देशों ने भी अपने यहां की ट्रेनों और स्टेशनों को मिथिला पेंटिंग्स से सजाने की कवायद शुरू कर दी है। दोनों देशों ने रेलवे बोर्ड से जानकारी मांगी है। रेल मंत्रलय की ओर से दोनों देशों को इसकी पूरी जानकारी भेजी जा रही है।

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ज्ञात हो कि राजेंद्रनगर टर्मिनल से नई दिल्ली जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस की रैक को मिथिला पेंटिंग के कारण अलग से पहचाना जा सकता है। इस संबंध में पूर्व-मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि रेल प्रबंधन की ओर से बिहार की मशहूर मिथिला पेंटिंग को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने की कोशिश की गई है। पटना जंक्शन, पाटलिपुत्र स्टेशन, मधुबनी स्टेशन, राजेंद्रनगर टर्मिनल के साथ ही राजधानी और संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को मिथिला पेंटिंग से सजाया गया है।

#MustSee: Local women artists from #Bihar paint #IndianRailways' train in traditional #Mithila art, also popularly known as #Madhubani

The painting is done with fingers🖐🏾, twigs 🌿, matchsticks & brushes 🖌️ using natural dyes & pigments!

#TuesdayMotivation

इससे इस कला से जुड़े कलाकारों को दूसरे देशों की ट्रेनों व स्टेशनों को सजाने का ऑफर मिलने लगा है। कनाडा व जापान जैसे विकसित देशों ने अपने यहां की ट्रेनों को मिथिला पेंटिंग से सजाने में दिलचस्पी दिखाई है। दोनों देशों ने रेल मंत्रलय से संपर्क कर पूरा विवरण मांगा है।

 

सीपीआरओ ने कहा कि अगर रेल मंत्रलय से अनुमति मिल जाती है तो पूर्व-मध्य रेल कनाडा व जापान व कई अन्य देशों की ट्रेनों को सजाने का काम कर सकता है।

  • यूनाइटेड नेशंस इंडिया ने भी ट्विटर के माध्यम से दोनों ट्रेनों की सजावट को सराहा
  • राजधानी व संपर्क क्रांति एक्प्रेस की खूबसूरती से प्रभावित हैं दोनों देश

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