बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र नहीं रहने के कारण अभिभावक आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं ले पा रहे। मायागंज अस्पताल में बच्चे को भर्ती कराने के बाद अभिभाविकों से उसका जन्म प्रमाण पत्र मांगा जाता है। ताकि यह प्रमाणित हो सके कि बच्चा उन्हीं का है। प्रमाणित नहीं करने की स्थिति में आयुष्मान कार्ड रहते हुए उन्हें लाभ नहीं मिल पाता। सीटी स्कैन या एमआरआइ आदि जांच में शुल्क देना पड़ता है। जो दवाइयां अस्पताल में नहीं मिलतीं, उसके लिए पैसे भी चुकाने पड़ते हैं।

#AD

#AD

80 फीसद बच्चों के पास नहीं हैं जन्म प्रमाण पत्र

मायागंज अस्पताल में जिन बच्चों का जन्म हुआ है, उनका जन्म प्रमाण पत्र तो शीघ्र बना दिया जाता है। लेकिन अन्य सरकारी अस्पताल या नर्सिंग होम में इसको लेकर उदासीनता है। उनका जन्म प्रमाण पत्र नहीं बन पाता। ऐसे 80 फीसद बच्चे मायागंज के शिशु रोग विभाग में भर्ती होते हैं। सांस लेने में परेशानी, जन्म के बाद अगर नवजात नहीं रोया, निमोनिया या अन्य बीमारियों से ग्रसित नवजातों को भर्ती किया जाता है।

जन्म प्रमाण पत्र की स्थिति

माह है नहीं है

अक्टूबर 30 79

नवंबर 42 81

दिसंबर 10 44

(इस साल मायागंज अस्पताल में भर्ती बच्चों की स्थिति।)

जागरुकता की कमी

ग्रामीण क्षेत्रों में जन्म लेने वाले अधिकतर बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र नहीं बन पाता है। ऐसा जागरुकता की कमी की वजह से है। वहीं, अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनाना कर्मचारियों की लापरवाही का नतीजा है।

प्रमाण लाने पर मिलती है सुविधा

सरकारी या नर्सिंग होम में जन्म लिए बच्चों का प्रमाण या टीकाकरण का प्रमाण अभिभावक दिखाते हैं तो उनके बच्चों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ अस्पताल में मिलता है।

नहीं मिल पाया योजना का लाभ

मोजाहिदपुर निवासी अमन के पुत्र का जन्म सात दिसंबर को स्थानीय नर्सिग होम में हुआ। बाद में उसे मायागंज अस्पताल में भर्ती किया गया है। बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र नहीं रहने के कारण उसे आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल सका। मायागंज में ही भर्ती मुंगेर के असरगंज निवासी श्याम सुंदर के बच्चे का जन्म स्थानीय सरकारी अस्पताल में हुआ। कर्मचारियों ने बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनाया। नतीजतन मायागंज अस्पताल प्रशासन ने आयुष्मान योजना का लाभ देने से मना कर दिया।

बिना जन्म प्रमाण पत्र के बीमार बच्चों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं देना है। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ सिंह ने भी स्पष्ट कहा है कि जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर ही लाभ दिए जाएं। – डॉ. आरसी मंडल, अधीक्षक, जेएलएनएमसीएच

I just find myself happy with the simple things. Appreciating the blessings God gave me.