बिहार के साढ़े तीन लाख नियोजित शिक्षकों के दिन बहुरने वाले हैं। सरकार उनको राज्यकर्मियों की तरह सातवें वेतनमान के मूल क्रम में शामिल करना चाह रही है। सरकार के स्तर पर उन्हें सातवें – आठवें क्रम का वेतन देने पर विचार चल रहा है। जल्द ही इस पर फैसला होगा। ऐसा हुआ तो शिक्षकों को न सिर्फ अर्थिक लाभ होगा, बल्कि प्रोन्नति में भी उन्हें लाभ मिलेगा।
मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा ने विधान परिषद में यह घोषणा की कि सरकार शिक्षकों को सातवें वेतनमान में लेवल सात और आठ का वेतन देने पर विचार कर रही है। जल्द ही, इस मसले पर फैसला हो जाएगा। अभी इन्हें सातवें वेतनमान के आलोक में 2.57 के गुणक में वेतन दिया जा रहा है। बताया गया कि यदि सातवां – आठवां क्रम लागू हुआ तो इसके तहत उनके मूल वेतन का निर्धारण 2.62 के गुणक के आधार पर होगा।
विदित हो कि सरकार सातवें वेतनमान के अनुसार वेतन का लाभ तो शिक्षकों को दे रही है लेकिन, उसे मूल क्रम में शामिल नहीं किया गया है। अगर लेवल सात व आठ का वेतन दिया जाएगा तो जिस शिक्षक को अभी 30 हजार रुपये मिलते हैं, उन्हें लगभग 45 हजार रुपये मिलने लगेंगे।
Input : Live Hindustan