अयोध्या. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की तारीख की घोषणा अब दो अप्रैल के बाद दिल्ली में होगी। दो अप्रैल को रामनवमी है। भूमि पूजन में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हो सकते हैं। ऐसे में उनकी उपस्थिति और शुभ मुहुर्त को ध्यान में रखते हुए तारीख का ऐलान किया जाएगा। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र रविवार को दिल्ली लौट गए हैं। बताया जा रहा है कि वह पीएम मोदी से मुलाकात करके मंदिर निर्माण से जुड़ी रिपोर्ट देंगे।
नृपेंद्र मिश्र शुक्रवार को उत्तर प्रदेश आए थे। सीएम योगी से मुलाकात के बाद उन्होंने शनिवार को अयोध्या में रामजन्मभूमि परिसर का निरीक्षण किया था। उन्होंने रामलला के दर्शन किए और इंजीनियरों के साथ बैठक की। ट्रस्ट की ओर से कहा गया कि बैठक में तय हुआ कि पहले इंजीनियरों की टीम तकनीकी परीक्षण करेगी। इसकी रिपोर्ट 25 मार्च तक मांगी गई है।
मिश्र ने भारत सरकार की कंपनी एनबीसीसी के पूर्व चेयरमैन व सीएमडी अरुण कुमार मित्तल और निजी क्षेत्र की निर्माण कंपनी लार्सन एंड टूब्रो के प्रमुख इंजीनियर दिवाकर त्रिपाठी के साथ बैठक की। गौरतलब है कि मंदिर निर्माण का काम लार्सन टूब्रो को सौंपा गया है। रामलला विराजमान, राममंदिर के 70 एकड़ के परिसर समेत विहिप की कार्यशाला में हुई तैयारियों का जायजा लेने के बाद तय हुआ कि अयोध्या में 3-4 मार्च को ट्रस्ट की संभावित बैठक अब नहीं होगी। मिश्र ने कहा कि रिपोर्ट तैयार करने के लिए कुशल इंजीनियरों की टीम तय की जाए। इसके बाद ट्रस्ट की बैठक व भूमि पूजन की तिथि तय होगी।
रामनवमी पर भूमि पूजन के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता अयोध्या आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा है। रामनवमी पर यहां 15 से 20 लाख लोग आते हैं। वे भगवान के दर्शन करें, पूजन करें और अपने घर जाएं, यह हमारा पहला कर्तव्य है।
Input : Dainik Bhaskar