बिहार के चूहे एक से बढ़कर एक कारनामा करते रहते हैं और सरकार को परेशान करते रहते हैं। बिहार के चूहे आम नहीं, खास हैं, तभी तो कभी थाने में रखी शराब की बोतलों से शराब गटक जाते हैं तो कभी बांध काट देते हैं, जिसकी वजह से बाढ़ आ जाती है, कभी शिक्षकों की फाइलें कुतर देते हैं तो कभी मरीजों के लिए रखी स्लाइन की बोतल भी पी जाते हैं।
Bihar: MLAs of the Rashtriya Janata Dal (RJD) brought a mouse today at the Assembly. Former CM & RJD leader Rabri Devi says, "This government blames rats if important files, medicines or liquor goes missing, so we have caught the rat & brought it to Assembly for punishment". pic.twitter.com/RIVtqi580S
— ANI (@ANI) March 6, 2020
अब बिहार में घोटाला करने वाले इन चूहों को राजद नेता की मदद से राबड़ी देवी ने पिंजड़े में कैद कर लिया है और आज इन चूहों को लेकर राजद नेता सदन पहुंच गए और कहा कि बिहार सरकार को परेशान करने वाले चूहों को सदन में पेश होना पड़ेगा और इन्हें बिहार सरकार कड़ी सजा भी दे।
बिहार की राजनीति में अहम किरदार निभाते चूहे
बता दें कि बिहार की राजनीति में चूहों का बोलबाला रहा है। बिहार में जब बाढ़ आई तो इसका इल्जाम इन चूहों पर लगा कि चूहों ने बांध को काट खाया जिसकी वजह से बाढ़ आई। फिर बिहार में शराबबंदी के बाद जब शराब की पेटियां जब्त कर थाने में रखी गईं और शराब की बोतलें खाली पायी गईं तो फिर से उसका इल्जाम चूहों पर लगा कि चूहों ने सैकड़ों बोतल शराब पी ली।
अब शुक्रवार को राजद नेताओं ने विधान परिषद के बाहर पिंजरे में बंद चूहे के साथ अनोखा प्रदर्शन किया। राजद नेता सुबोध राय पिंजरे में बंद चूहे के साथ विधान परिषद पहुंचे और दावा किया कि हमने बिहार में घोटाले के आरोपी चूहों को पकड़ लिया है।
राबड़ी ने लगाया इल्जाम, मुस्कुराते रहे नीतीश
विधान परिषद के बाहर प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री सह परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबडी देवी भी मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि बांध काटने और शराब पीने के दोषी चूहे पकड़ में आ गए हैं, जिस चूहे को सरकार की पुलिस नही पकड़ पाई उसको राजद ने पकड़ लिया है। एेसे में अब सरकार को चाहिए कि ऐसे दोषी चूहे पर कड़ी कार्रवाई कर सजा दी जाए।
विधानपरिषद में शून्यकाल के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के बीच ‘चूहों’ को लेकर जमकर नोक झोंक हुई। सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में राजद के मुख्य सचेतक सुबोध राय सरकार में घोटाला करने वाले चूहों कार्रवाई की मांग करते रहे।
इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य आपस में उलझ गए। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में मुस्कुराते रहे। फिर नोकझोंक बढ़ते देख नीतीश सदन से निकल लिए।
लालू को बताया चूहा, बिफरा राजद
सुबोध की बारबार मांग पर रजनीश ने सभापति से मांग किया कि राजद सदस्य सुबोध चूहा को पकडे हुए हैं इसलिए इन पर मुकदमा किया जाए। इस बीच आदित्य नारायण पांडेय ने कहा कि चूहा तो रांची जेल में बंद है।
यह सुनते राबड़ी देवी सीट पर खड़ी होकर भाजपा पर अटैक शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले बताएं कि पीएम मोदी ने शादी कर पत्नी को क्यों छोड दिय़ा है। घोटाला करने वाले भी जवाब दें। मामला बढ़ते देख कार्यकारी सभापति हारुण रशीद ने हस्तक्षेप किया। कार्यकारी सभापति के काफी समझाने के बाद मामला शांत हुआ।
इतना ही नहीं, राजद नेताओं ने न सिर्फ सदन के बाहर बल्कि सदन के भीतर भी चूहे को पेश करने की मांग करने लगे। राजद नेता रामचंद्र पूर्वे ने परिषद के भीतर चूहे को हाजिर करने की मांग उठाई और कहा कि बहुत मुश्किल से बिहार में घोटाले का दोषी पकड़ में आया है इसलिए इसे सदन में लाने की अनुमति दी जाए। इसपर भाजपा ने कहा कि चारा खाने वाले आज प्रदर्शन कर रहे हैं। ये शर्मनाक है।
बीजेपी नेता प्रेमरंजन पटेल के इस बयान पर राजद और कांग्रेस ने पलटवार किया और कहा कि सदन के भीतर बीजेपी नेता ने अमर्यादित बयान दिया है, लालू यादव चूहा नहीं शेर है। पहले सरकार चूहे को सजा दिलाये।बिहार में घोटालों पर सरकार कार्रवाई नहीं करती है। वहीं, जदयू नेता व मंत्री नीरज कुमार ने पलटवार करते हुए कहा चूहा गणेशजी की सवारी हैं।