दुनिया भर के देशों में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस ने आमलोगों को सकते में डाल दिया है। सबसे अधिक चिंतित विदेश में रह रहे लोगों के परिजन हैं। खाड़ी देश व दुनिया के अन्य इलाकों में रह रहे लोगों के परिजन उनके स्वास्थ्य को लेकर सबसे अधिक परेशान हैं। अलग-अलग देशों में कोरोना के फैलने के बाद मुजफ्फरपुर में रह रहे परिजनों की सक्रियता मोबाइल व सोशल मीडिया पर बढ़ गई है। कोरोना के कारण कई परिवारों की होली बेरंग रही। वहीं कई को रिश्तेदार की शादी में शामिल नहीं होने का मलाल रह गया। ऑस्ट्रेलिया में रह रहे सरैयागंज के न्यू मार्केट निवासी अधिवक्ता विनोद अग्रवाल के पुत्र आकाश अग्रवाल की होली कोरोना की भेंट चढ़ गई। विनोद अग्रवाल ने बताया कि दो साल के बाद आकाश आठ मार्च को अपने घर आने वाला था। ऑफिस से छुट्टी की मंजूरी मिलने के बाद टिकट बुक करा चुका था। उसके साथ बहू व पोता भी आने वाले थे। लेकिन, मार्च के प्रथम सप्ताह में कोरोना को ले विदेश यात्रा पर रोक लगाए जाने से उसे टिकट रद्द करानी पड़ी।
पसोपेश में परिजन : हॉलैंड में रह रहे अभिषेक मोहन के तिलक मैदान रोड निवासी पिता अधिवक्ता शिवमोहन व उनके परिजन पसोपेश में हैं। वे बताते है कि कोरोना जैसी स्थिति पहले कभी नहीं बनी थी।
घट नहीं रही चिंता
जापान में कार्यरत बंदरा के तेपरी निवासी आलोक कुमार के बड़े भाई संजय कुमार बताते हैं कि कोरोना को लेकर आ रही खबरों से हमलोग सहमे हैं। आलोक के अलावा दोस्त उमेश्वर मिश्र भी जापान में कार्यरत हैं। फिलहाल आलोक एक प्रोजेक्ट के सिलसिले में वेस्टइंडीज गये हैं।
यात्रा पर रोक से चिंतित
चंदवारा निवासी आफरीन सईदी सऊदी अरब के जेद्दा स्थित आईटी कंपनी में कार्यरत हैं। ईरान समेत अन्य खाड़ी देशों में कोरोना के तेजी से फैलने से परिजन मुश्किल में हैं। मिठनपुरा निवासी उनके मामा उद्यमी शाहिद कमाल ने बताया कि हमलोग लगातार सईदी के संपर्क में हैं। विदेश यात्रा पर रोक से हमलोग चिंतित हैं।
Input : Hindustan