मुजफ्फरपुर : काेराेना काे लेकर मची हायताैबा के बीच इन दिनाें पूरा शहर गंदगी से पटा है। हाेली के समय से ही अधिकतर डंपिंग पाॅइंट से भी कूड़े का उठाव नहीं हाे रहा। यहां तक कि अस्पताल परिसरों में भी जलजमाव व गंंदगी है। इसे लेकर मच्छराें का प्रकाेप तेजी से बढ़ गया है। नालाें व गंदगी के ढेर के साथ-साथ पूरे शहर में मच्छर उड़ते देखा जाता है। यहां तक कि जिला स्कूल समेत अन्य वैसी जगह, जहां लाेग मार्निंग वाक-कसरत करने जाते हैं और बच्चे खेलते रहते हैं, वहां हजाराें की संख्या में मच्छर सिर पर मंडराते रहते हैं। घराें में दिन में भी बैठना मुश्किल है, शाम से तो स्थिति बेहद खराब हाे जाती है। मच्छराें के प्रकाेप का आलम ये है कि कालाजार, डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया, इंफ्लुएंजा समेत अन्य मच्छरजनित राेगाें से पीड़ित औसतन 125 से अधिक मरीज प्रतिदिन सिर्फ सदर अस्पताल आते हैं। इनके अलावा एसकेएमसीएच व अन्य निजी-सरकारी अस्पतालाें में इस तरह के हजार से अधिक मरीज पहुंचते हैं। सीएस ने बताया कि सदर अस्पताल के ओपीडी और इमरजेंसी मिला कर औसतन 700 विभिन्न रोगों के मरीजाें काे प्रतिदिन देखा जाता है।
सुझाव : फिजीसियन डॉ. एसके पांडे ने बताया कि गंदगी व मच्छरों के प्रकोप से कालाजार, डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया, इंफ्लुएंजा के साथ-साथ डायरिया व डेंगू जैसी बीमारी भी फैलने लगती है। ऐसे में साफ-सफाई के साथ-साथ डीडीटी व ब्लीचिंग पाउडर का भी छिड़काव कराया जाना चाहिए। लोगों को स्वयं भी साफ-सफाई से रहना चाहिए।
शहरी क्षेत्र में गंदगी और नालाें के सिल्ट के कारण राहगीराें के साथ स्थानीय लाेगाें की मुसीबत बढ़ गई है। कच्ची-पक्की से अतरदह व हाजीपुर-रामदयालु राेड से राेजाना हजाराें लाेग शहर में प्रवेश करते हैं। शनिवार काे ही रामदयालु से अघाेरिया बाजार राेड में नाले का सिल्ट निकाल कर सड़क पर रख दिया गया। जिस कारण आधी से अधिक सड़क जाम हाे चुकी है। सिल्ट के कारण सड़क जाम होने से लाेग परेशान हैं। इसके साथ ही माेतीझील, पुरानी बाजार, मिठनपुरा राेड, कलमबाग राेड, आमगाेला, अखाड़ाघाट राेड, केदारनाथ राेड, दीवान राेड के इलाकाें में गंदगी का अंबार लगा है। लगातार मिल रही शिकायत पर दाेपहर बाद केदारनाथ राेड में कूड़े का उठाव शुरू हुआ। हालांकि, सफाई के नाम पर खानापूर्ति की गई। दूसरी ओर, शनिवार की देर रात कुछ माेहल्लाें में फाॅगिंग भी कराई गई।
जिला स्कूल परिसर में उड़ते मच्छर।
इनपुट : दैनिक भास्कर