कोरोना के डर का कहर कम ही नहीं हुआ था कि बिहार में एक बार फिर से चमकी बुखार का ड’र अभी से लोगों को डराने लगा है. पिछले वर्ष मुजफ्फरपुर चमकी बुखार की वजह से सैकड़ों बच्चों की जा’न चली गई थी. मुजफ्फरपुर में गर्मी की शुरुआत के साथ ही लोगों को AES का ड’र सताने लगा है. हालांकि एसके SKMCH में इसको लेकर तैयारियां जोरों पर बताई जा रही हैं.
जानकारी के मुताबिक पहले से बने पहले से बने वार्ड के अतिरिक्त ICU के नए भवन का निर्माण जोड़ों पर है जिसे अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा. नए पीआईसीयू में 100 बेड की व्यवस्था की जानी है. इसके अलावा मुजफ्फरपुर में ही एसकेएमसीएच में दो नए भवन का जायजा भी लिया जा रहा है.
बताया जा रहा है कि एक भवन जिसमें AES पीड़ितों को रखा जाना है, उसका काम लगभग पूरी तरह से तैयार हो गया है. जबकि अब इंटरनल वर्क को अंतिम रूप दिया जा रहा है. एसी और वाल का काम फाइनल की स्थिति में है.
एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉक्टर सुनील शाही ने मीडिया से बातचीत में AES पीड़ित के अस्पताल पहुंचने की बातों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि कोई संभावित मरीज नहीं पहुंचा है, इसलिए अफवाहें न फैलाई जाएं. हर वह मरीज जिसमें कपकपी हो वह AES बीमारी नहीं है.
अधीक्षक ने कहा कि सभी तैयारी पूरी कर ली गई है. जल्द ही नए भवन भी अप्रैल तक बन कर तैयार हो जाएंगे. बता दें कि मुजफ्फरपुर में हर वर्ष AES की बीमारी से बच्चों के मौत का सिलसिला कब थमेगा इस सवाल पर अधीक्षक ने कहा कि इसके लिए रिसर्च चल रहा है
Input :Zee News