पटना : बिहार में कोरोना वायरस को हराने का सिलसिला शुरू हो गया है। कोरोना अस्पताल बने नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल (एनएमसीएच) के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती फुलवारीशरीफ के छात्र और पटना सिटी के युवक के बाद एम्स पटना में भर्ती दीघा की महिला ने भी कोरोना पर विजय पा ली है। सोमवार की देर शाम निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद उक्त महिला को डिस्चार्ज कर दिया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि सकुशल घर जाने की खुशी महिला के चेहरे पर साफ दिख रही थी।
गौरतलब है कि सोमवार को आरएमआरआइ में 182 और आइजीआइएमएस में हुई 16 जांचों की रिपोर्ट निगेटिव आई। एक संक्रमित और सभी नमूनों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने से स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी राहत महसूस की। एम्स में कोरोना के नोडल पदाधिकारी डॉ. नीरज अग्रवाल ने बताया कि 20 मार्च को दीघा निवासी महिला को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। 21 को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। वह आठ दिन नेपाल में रहकर आई थी। आइसोलेशन वार्ड में उसका उपचार किया गया। बुखार नहीं आने और सामान्य रूप से खाने-पीने पर उनका नमूना तीसरी बार जांच के लिए भेजा गया। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर डिस्चार्ज कर दिया गया। वहीं, रविवार को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती जिन दोनों युवकों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी, उनकी बुधवार को तीसरी बार जांच कराई जाएगी। वह रिपोर्ट निगेटिव आने पर दोनों को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।