गजब का साहस। मुश्किलें भी रास्ता नहीं रोक पाईं। कदम बढ़े तो मंजिल पर ही रुके। ये हैं मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड निवासी मोहन सहनी। दिल्ली में परिवार के साथ रहकर पाव भाजी की दुकान चलाते हैं। लॉकडाउन से व्यवसाय बंद हो गया। जमापूंजी खत्म हुई तो भोजन के लिए परेशानी होने लगी। घर आने का निर्णय लिया तो कोई साधन नहीं मिला। फिर क्या था ठेले पर परिवार को बैठा चल दिए दिल्ली से। रास्ते में कई तरह की परेशानियों का सामना करते हुए 10 दिनों में करीब 1050 किलोमीटर ठेला चलाकर बुधवार को बैरिया पहुंचे। यहां से घर के लिए रवाना हो गए।

Input : Dainik Jagran – Photo : Aakash

I just find myself happy with the simple things. Appreciating the blessings God gave me.