सीबीएसई (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन) के नाम से एक प्रेस रिलीज सोशल मीडिया में शेयर की जा रही है। इसमें दावा किया गया है कि कोरोनावायरस के चलते जो परीक्षाएं पहले रोक दी गईं थीं वो 22 अप्रैल से शुरू होंगी। यह लेटर वॉट्सऐप से लेकर फेसबुक तक पर वायरल हो रहा है। वायरल लेटर में चार दावे भी किए गए हैं कि, उत्तर पूर्वी दिल्ली प्रांत, भारत और विदेशों में स्थगित की गई परीक्षाओं को फिर से कराया जाएगा। परीक्षा केंद्र जो पहले अलॉट किए गए थे, वहीं रहेंगे। नए एडमिट कार्ड जारी नहीं किए जाएंगे और मूल्यांकन कार्य 25 अप्रैल से शुरू हो जाएगा।
क्या है सच्चाई
पड़ताल में पता चला कि वायरल लेटर फर्जी है। सीबीएसई ने ऐसा कोई लेटर जारी नहीं किया। वायरल लेटर में अनुराग त्रिपाठी (सेक्रेटरी) के हस्ताक्षर नहीं हैं। लेटर में सीबीएसई की आधिकारिक मोहर भी नहीं है, इससे भी पता चलता है कि यह फर्जी है। भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने भी इसे फर्जी बताया है। पीआईबी ने ट्वीट में लिखा कि, परीक्षाओं की तिथि अभी तक निर्धारित नहीं की गई है।
सीबीएसई द्वारा 1 अप्रैल को जारी स्टेटमेंट के मुताबिक, मौजूदा अनिश्चितताओं की स्थिति को देखते हुए अभी तक कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।