कोरोना संक्रमण को देखते हुए बिहार से बाहर फंसे मुजफ्फरपुर के 31496 बिहारी प्रवासी मजदूरों के खाते में राज्य स्तर से कुल 3,14,96,000 की राशि अंतरित की गई है। उक्त सहायता राशि मुख्यमंत्री राहत कोष बिहार से आपदा प्रबंधन विभाग बिहार पटना द्वारा मुख्यमंत्री विशेष सहायता अंतर्गत प्रदान की जा रही है। जिसके तहत प्रत्येक को ₹1000 की सहायता राशि प्रदान की जा रही है।
वर्तमान में बिहार के बाहर निवास कर रहे बिहारी प्रवासी मजदूरों के द्वारा जो कि मुजफ्फरपुर के हैं ऐप के माध्यम से अब तक 41,629 आवेदन प्राप्त हुए है। 5,215 आवेदन अस्वीकृत हुए क्यूंकि उनका फ़ोटो का मिलान उनके आधार के फोटो से नही हो पाया। शेष 4,918 आवेदनों पर सत्यापन का कार्य चल रहा है। जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह के निर्देश के आलोक में आपदा प्रबंधन मुजफ्फरपुर कार्यालय में गठित कोषांग के द्वारा प्रवासी मजदूरों द्वारा ऐप के माध्यम से प्राप्त आवेदनों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है। सत्यापन उपरांत उनकी संख्या सरकार को अग्रसारित की जा रही है। जिसके आलोक में राज्य स्तर से उनके खाते में राशि अंतरित की जा रही है।
यह कार्य रात-दिन अनवरत चल रहा है। इस संबंध में जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि लॉक डाउन के मद्देनजर जिले के प्रवासी बिहारी जो बाहर के राज्यों में फंसे हुए हैं उनके दुखों और उनकी समस्याओं को लेकर जिला प्रशासन संवेदनशील है और सरकार के निर्देश के आलोक में आवश्यक कदम उठाये जा रहे है। जिलाधिकारी ने कहा कि हम इस संबंध में पूर्णतया गंभीर है। इस संबंध में गठित कोषांग द्वारा लगातार आवेदनों को प्राप्त करना, उनका सत्यापन करना और तत्पश्चात सरकार को अग्रसारित करने की कवायद युद्ध स्तर पर की जा रही है।
इस संबंध में अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा ने बताया कि सहायता राशि प्राप्त करने हेतु www.aapda.bih.nic.in में उपलब्ध लिंक से “बिहार कोरोना तत्काल सहायता मोबाइल ऐप” डाउनलोड कर सकते हैं एवं आवश्यक कागजातों को सबमिट कर सरकारी सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए लाभार्थी को आधार कार्ड की प्रतिऔर लाभार्थी के नाम से बैंक खाता जो राज्य में अवस्थित हो। लाभार्थी के जीपीएस बेस्ड फोटो (सेल्फी) का मिलान /सत्यापन आधार डेटाबेस के फोटो से किया जाएगा। अतः आधार का फोटो साफ होना चाहिए। एक आधार संख्या पर एक ही रजिस्ट्रेशन होगा। मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी मोबाइल एप पर प्रविष्ट करना होगा। इससे संबंधित सहायता सिर्फ बैंक खाता में ही भेजा जाएगा।