कोरोना संकट (Corona crisis) को देखते हुए रेलवे ने आइसोलेशन कोच (Isolation coach) तैयार करने के लिए तैयारी तेज कर दी है. मुजफ्फरपुर में 12 इस प्रकार के कोच तैयार कर लिए गए हैं. इनमें कुल 96 कंपार्टमेंट को विशेष आपात स्थिति के लिए तैयार किया गया है. रेलवे ऐसे कोच को आइसोलेशन कोच के तौर पर तैयार कर रहा है जो यार्ड में अतिरिक्त और पर पड़े हुए हैं. रनिंग मोड वाले ट्रेन के कोच को फिलहाल आइसोलेशन के लिए नहीं तैयार किया जा रहा है. सोनपुर डिवीजन के मुजफ्फरपुर जंक्शन (Muzaffarpur Junction of Sonpur Division) स्थित यार्ड में 6 दिनों के करीब मेहनत के बाद रेलवे के अधिकारियों और कर्मियों ने विशेष आइसोलेशन कोच को तैयार कर लिया है.
हर एक कोच में होगा 8 कंपार्टमेंट
तैयार किए गए आइसोलेशन कोच में कोरोना के खतरे को कम करने के लिए बिल्कुल अलग-अलग कंपार्टमेंट बनाया गया है. स्लीपर कोच के मिडिल बर्थ को काट कर हटा दिया गया है और 2 ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए स्टैंड बनाया गया है. साथ ही 3 हैंगर अलग से लगाए गया हर एक कोच में 7 कंपार्टमेंट मरीजों के लिए होगा. जबकि एक कंपार्टमेंट पैरामेडिकल स्टाफ के लिए सुरक्षित रहेग. कंपार्टमेंट में अलग से नहाने का के लिए बाथ रूम और अलग शौचालय की व्यवस्था की गई है. साथ ही लाल हरे और पीले रंग के डस्टबिन को कंपार्टमेंट में जगह दी गई है. कंपार्टमेंट को बिल्कुल एक कमरे के आकार का रूप दिया गया है.
मेडिकल स्टाफ के लिए अलग होगा कंपार्टमेंट
हर एक आइसोलेशन कोच में शुरू का कंपार्टमेंट पारा मेडिकल स्टाफ के लिए दिया गया है. इसमें संदिग्ध मरीजों को आइसोलेट करने में किसी प्रकार की दिक्कत मेडिकल कर्मियों को नहीं आए. ।उनके लिए भी अलग से शौचालय और बाथरूम की व्यवस्था कोच में की गई है। ताकि पारा मेडिकल कर्मियों को कोरोना वायरस का खतरा पॉजिटिव मरीजों से नहीं हो सके।
पूर्व मध्य रेल में 300 कंपार्टमेंट बनाने का लक्ष्य
देशभर में कोरोना वायरस मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे ने बड़े पैमाने पर आइसोलेशन को तैयार करना शुरू किया है ।पूर्व मध्य रेल द्वारा खाली पड़े ट्रेन के कोचों को आइसोलेशन कोच के तौर पर बदलने का काम चल रहा है. पूर्व मध्य रेल में 300 इस प्रकार के कंपार्टमेंट बनाने का लक्ष्य रखा गया है. जिसके लिए अलग-अलग मंडलों में रेलवे के अधिकारी और कर्मी इसके लिए दिन-रात मिलकर काम करने में जुटे हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजिंग का कर रहे इस्तेमाल
आइसोलेशन कोच तैयार करने में लगे कर्मी और अधिकारी पूरी तरह सोशल डिस्टेंसिंग का प्रयोग कार्यस्थल पर कर रहे हैं.साथ ही साथ सैनिटाइजर का प्रयोग भी कार्यस्थल पर किया जा रहा है. मुजफ्फरपुर में अब तक 178 लोगों के सैंपल की जांच की गई है लेकिन कोई भी केस पॉजिटिव नहीं पाया गया है. किसी पॉजिटिव केस के नहीं मिलने से लोगों ने अब तक राहत महसूस कर रहे हैं.
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Input : News 18