एसकेएमसीएच में कोरोना वायरस की जांच प्रारंभ कर दी गई। 13 नमूने जांच के लिए लैब को भेजे गए। एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. सुनील शाही ने बताया कि जांच की अनुमति मिलने के बाद अब नमूनों को पटना भेजने की परेशानी से मुक्ति मिलेगी। जांच में छह से आठ घंटे लगते हैं। देर रात सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई। वहीं पूर्व से जांच को पटना भेजे गए 195 नमूनों की रिपोर्ट मिल चुकी हैं। सभी निगेटिव हैं। इस तरह कुल 208 नमूनों की जांच रिपोर्ट निगेटिव है। इसके साथ ही एसकेएमसीएच में 43 व सदर अस्पताल में 45 लोगों की स्क्रीनिग की गई और 13 लोगों के नमूने का संग्रह किया गया। एक संदिग्ध की रिपोर्ट निगेटिव आने पर एसकेएमसीएच से उसे डिस्चार्ज करते हुए होम क्वारंटाइन पर रहने की सलाह चिकित्सकों ने दी।
सिविल सर्जन डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि सभी आशा को हर घर में जाकर सर्च अभियान चलाना है। कोई संदिगध हो तो उसको अस्पताल में लाकर जांच करानी है। सीएस ने पंचायत के जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि वे स्वास्थ्य विभाग की मदद करें। उनके गांव में कोई भी ऐसे व्यक्ति जो विदेश से आए हों अथवा कोरोना पॉजीटिव के संपर्क में रहे हों या फिर तब्लीगी जमात से जुड़े हों, उनकी पहचान कर आशा, पीएचसी प्रभारी को व स्थानीय थाना को सूचना दें।
माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने थामी जांच की कमान
एसकेएमसी के प्राचार्य डॉ. विकास कुमार ने बताया कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च से स्वीकृति एवं पुणे से पॉजिटिव कंट्रोल टेस्ट की पुष्टि होने के उपरांत एसकेएमसीएच के वायरोलॉजी लैब में जांच की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इसकी सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. रंजीत कुमार के अधीनस्थ यह कार्य संपादित किया जाएगा। लैब में मशीन उपकरण समेत सभी आवश्यक यंत्र उपलब्ध हैं। इसके साथ ही तैनात कर्मी प्रशिक्षित हैं। एसकेएमसीएच में कोरोना वायरस जांच को वायरोलॉजी लैब में मशीन लगाई गई है। दो टेक्नीशियन हैं। लैब में एक साइंटिस्ट कार्यरत हैं। वहीं मेडिकल साइंटिस्ट का पद रिक्त है।