मुजफ्फरपुर : हर किसी की चाहत स्वस्थ रहने की होती है, लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपनी सेहत के लिए जरूरी बातों पर ध्यान नहीं दे पाते। हम जाने-अनजाने कई आदतों से घिरे होते हैं। भले इनके दुष्परिणाम को न समझ पाते हों, पर ये खतरनाक और जानलेवा हैं। बाजार में अक्सर फल खरीदते समय चख लेने की आदत, कुछ फलों को दुकान पर ही बिना धोए या साफ किए खा लेने की लत, फलों को सूंघना अब अधिक खतरनाक हो सकता है। चिकित्सकों के मुताबिक, हमारी ये आदतें कोरोना संक्रमण सहित कई जानलेवा बीमारियों को जन्म देती हैं। कुछ लोग आम या कोई फल खरीदते समय उसे सूंघकर देखते हैं कि वह पका है या नहीं। यह आदत सही नहीं। इससे वे संक्रमण के शिकार हो सकते हैं। वरिष्ठ फिजिशियन डॉ.नवीन कुमार बताते हैं कि बाजार से खरीदे जाने वाले फल और सब्जियों का इस्तेमाल बिना धोए कभी नहीं करना चाहिए। उन्हें उपयोग में लाने से पहले हल्के गुनगुने पानी से साफ कर लें। खाना बनाते वक्त भी हाइजीन का पूरा ख्याल रखें।
जब तक वायरस का प्रकोप पूरी तरह से खत्म न हो जाए उन जगहों पर जाने से बचें जहां इससे पीड़ित लोग हैं। स्ट्रीट फूड या खुले में बिकने वाले खाद्य पदाथोर्ं को भी खाने से परहेज रखें। इन चीजों से आप वायरस की चपेट में आ सकते हैं। वरिष्ठ चिकित्सक एसएन चौधरी बताते हैं कि आजकल फलों को पकाने में ज्यादातर रसायनों का प्रयोग होने लगा है। इन्हें फलों के मध्य कागज में लपेटकर रखा जाता है और इससे निकलने वाली गैस से फल पकते हैं। फल को उलटने-पलटने के समय अधिकतर पुड़िया फट जाती हैं। इससे पाउडर फलों पर चिपक जाता है। अनजान लोग या पानी के अभाव में दूसरे लोग भी फलों को बिना धोए खा लेते हैं। यदि फलों को धो भी लिया जाए तो रसायन पूरी तरह फलों से छूटता नहीं हैं। यही नहीं फलों और सब्जियों पर कीटनाशकों का प्रयोग भी खूब होने लगा है। इसलिए इन फलों को खाने के पहले हल्के गुनगुने पानी से धो लेना ही श्रेयस्कर होता है।
स्वच्छता की डालें आदत: पूर्व सिविल सर्जन डॉ.जेपी रंजन बताते हैं कि स्वच्छता हमें केवल कोरोना विषाणु के लिए ही नहीं करनी है। महामारी आज है, कल नहीं रहेगी। स्वच्छता से तो कई अन्य कीटाणुओं से भी हम अपनी सुरक्षा कर सकते हैं। यदि स्वच्छता की आदत हमारे संस्कार में शामिल हो गई तो दीर्घकालिक लाभ पहुंचाएगी।
Input : Dainik Jagran