कोरोना संक्रमण की वजह से करीब ढाई माह से बंद धर्मस्थल-पूजा स्थल सोमवार से खुलने जा रहे हैं। अब अचानक श्रद्धालुओं की भीड़ न उमड़ पड़े और संक्रमण फैलने का खतरा खड़ा न हो। इसके लिए केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के आधार पर सभी राज्यों की ओर से शनिवार को गाइडलाइन जारी की गई हैं।
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उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा कि शारीरिक दूरी और सैनिटाइजेशन की तमाम सावधानियों के साथ ही धर्मस्थल पर प्रसाद वितरण और तिलक आदि पर रोक रहेगी। भक्ति-संगीत का सामूहिक गान नहीं होगा, सिर्फ रिकार्डिग ही बजाई जा सकेगी। हां, कंटेनमेंट जोन में कोई धर्मस्थल अभी नहीं खोला जाएगा।
महाकाल मंदिर में भी बने नए नियम
मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित ज्योतिìलग महाकाल मंदिर के पट आठ जून से भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे। यहां प्रतिदिन सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। हालांकि गर्भगृह में दर्शनाíथयों का प्रवेश पूरी तरह बंद रहेगा। भक्तों को मंदिर के एप व टोलफ्री नंबर पर एक दिन पहले एडवांस बुकिंग करानी होगी। इसके अलावा पीतांबरा पीठ में दर्शन भी सोमवार से खोले जाने की तैयारियां चल रही हैं।
मंदिर खोलने के लिए सरकार के आदेश का इंतजार
देवभूमि हिमाचल और जम्मू कश्मीर में लॉकडाउन और कर्फ्यू के बाद से अभी तक मंदिरों के कपाट नहीं खुल पाए हैं। बेशक मंदिर प्रशासन अपनी ओर से तैयारियों में जुट गए हैं लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार के फैसले का इंतजार है। हिमाचल में आठ जून को मंदिर खोलने पर अभी संशय बना हुआ है। शनिवार देर शाम तक सरकार की ओर से अभी तक कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं हुए हैं। माता वैष्णो देवी की यात्रा और जम्मू में प्रसिद्ध बावे वाली माता के मंदिर में पिछले कई दिनों से तैयारियां चल रही हैं।
पंजाब और हरियाणा में भी तैयारी शुरू
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने शनिवार को बैठक करके श्रद्धालुओं के लिए की व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। वहीं, पटियाला में श्री काली देवी मंदिर को खोलने की तैयारी की जा रही है। वहीं, हरियाणा में भी पंचकूला स्थित माता मनसा देवी मंदिर में दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो गई है।
15 जून से खुलेगा बेलूर मठ :
बंगाल का बेलूर मठ कोविड-19 के मद्देनजर सुरक्षा उपायों के साथ 15 जून से खुलेगा। मठ में एक बार में 10 से ज्यादा लोग प्रवेश नहीं कर पाएंगे। वहीं, सरकारी स्तर पर बातचीत के बाद दक्षिणेश्वर मंदिर खोलने का फैसला किया जाएगा। दूसरी तरफ देश के प्रमुख शक्तिपीठ में शामिल बीरभूम जिले में स्थित तारापीठ मंदिर की प्रबंधन कमेटी की 14 जून को बैठक होगी जिसमें मंदिर खोलने पर फैसला लिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश ने बनाई यह व्यवस्था :
– प्रत्येक धर्म स्थल में एक बार में एक स्थान पर पांच से अधिक श्रद्धालु न हों।
– प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर का प्रयोग किया जाए और इन्फ्रारेड थर्मामीटर की भी व्यवस्था यथासंभव की जाए।
– जिन व्यक्तियों में कोई लक्षण नहीं मिलेगा, केवल उन्हें ही परिसर में प्रवेश की अनुमति होगी।
– सभी प्रवेश करने वाले व्यक्तियों को फेस कवर, मास्क का प्रयोग करना अनिवार्य होगा।
– जूते-चप्पलों को अपने वाहन आदि में उतारकर रखना होगा।
– मूर्तियों, पवित्र ग्रंथों आदि को छूने की अनुमति नहीं होगी।
– लंगर, सामुदायिक रसोई, अन्नदान आदि के लिए भोजन तैयार या वितरित करते समय शारीरिक दूरी के मानकों का अनुपालन करना होगा।