महाराष्ट्र के नागपुर पुलिस में कार्यरत एक महिला कांस्टेबल को कोविड-19 संक्रमण होने की आशंका के चलते एक अन्य विवाहित व्यक्ति के साथ पृथक-वास में रखा गया जिसके बारे में महिला ने अधिकारियों को गलत जानकारी दी कि उक्त व्यक्ति उसका पति है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
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अधिकारी ने कहा कि महिला कांस्टेबल अविवाहित है और उसके एक सहकर्मी की जांच में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद उसे पृथक-वास में रखा जाना था। अधिकारी ने कहा, हालांकि उसने अधिकारियों को बताया कि उसके पति को भी उसके साथ पृथक-वास में रखा जाए। बाद में पता चला महिला जिस व्यक्ति को अपना पति बता रही थी वह उसका प्रेमी है जो डाक विभाग में काम करता है। दोनों को पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में पृथक-वास में रखा गया।
अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति की वास्तविक पत्नी को नहीं पता था उसका पति पृथक-वास केंद्र में है। तीन दिन तक उसके घर न आने से पत्नी परेशान थी। बाद में किसी प्रकार उसे अपने पति की हरकतों के बारे में पता चला तब वह पृथक-वास केंद्र में आई लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उसे भीतर जाने से रोका।
अधिकारी ने कहा कि इसके बाद उक्त व्यक्ति की पत्नी ने बजाज नगर पुलिस थाने में अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और पुलिस आयुक्त डॉ भूषण कुमार उपाध्याय से मिली जिन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए। पुलिस सूत्रों के अनुसार, महिला कांस्टेबल और व्यक्ति पिछले साल अक्टूबर में एक परियोजना के सिलसिले में मिले थे। मामले की छानबीन कर रहे पुलिस उपायुक्त, जोन दो, विवेक मसल ने कहा कि बाद में व्यक्ति को दूसरे पृथक-वास केंद्र में भेज दिया गया।
Input : Live Hindustan