भारत में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. देश में रोजाना 34 हज़ार से ज्यादा कोरोना के नए मरीज सामने आ रहे हैं. अब तक भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 10 लाख 38 हजार 716 से ज्यादा हो चुकी है. इस बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) का कहना है कि भारत में कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड शुरू हो गया है और हालात खराब हो गए हैं.
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आईएमए हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया के चेयरपर्सन डॉक्टर वी के मोंगा ने कहा कि देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में तेज़ी से इजाफा हो रहा है, जो बेहद ख़तरनाक स्थिति है. न्यूज एजेंसी ANI ने डॉक्टर मोंगा के हवाले से कहा कि भारत में हर दिन 30 हज़ार से ज्यादा कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. यह वास्तव में देश के लिए बहुत खराब स्थिति है. अब यह ग्रामीण इलाकों में फैल रहा है. यह बुरा संकेत है यह कम्युनिटी स्प्रेड दिख रहा है.
डॉक्टर मोंगा का यह बयान बेहद अहम है क्योंकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार कह रहा है कि अब तक भारत में कोरोना वायरस का कम्युनिटी स्प्रेड शुरू नहीं हुआ है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के इस दावे को कई हेल्थ एक्सपर्ट चैलेंज भी कर चुके हैं. इसके साथ ही कोरोना वायरस के मरीजों के मामले में भारत दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है.
अमेरिका और ब्राजील के बाद कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मरीज भारत में हैं. शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारत में अब तक 10 लाख 38 हजार 716 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें से 26 हजार 273 लोग दम तोड़ चुके हैं. इनमें से 6 लाख 53 हजार 751 लोग इलाज से ठीक हो चुके हैं, जिनको अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
डॉक्टर वी के मोंगा ने कहा कि अब कोरोना वायरस गांवों और कस्बों में फैल रहा है, जिसके चलते हालात को नियंत्रित करना बेहद मुश्किल हो गया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में तो हमने इसको कंट्रोल कर लिया, लेकिन महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, गोवा और मध्य प्रदेश के दूरवर्ती इलाकों का क्या होगा?
Input : Dainik Jagran
डॉक्टर मोंगा ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस ऐसी बीमारी है, जो काफी तेज़ी से फैल रही है. इससे निपटने के लिए राज्य सरकारों को पूरी सावधानी बरतनी चाहिए और केंद्र सरकार से मदद लेनी चाहिए.
देश में अबतक महाराष्ट्र, तमिलनाडु और राजधानी दिल्ली कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित थे. इसके साथ ही कुछ और राज्य भी थे. लेकिन अब देखा जा रहा है कि जिन राज्यों में कोरोना के मामले कम थे, उन राज्यों में भी तेज़ी के साथ कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. हैरान कर देने वाली बात यह है कि अब तक ग्रामीण इलाकों में कोविड-19 के मामले कम पाए जा रहे थे, लेकिन अब शहर के साथ ही ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना की रफ्तार तेज़ हो गई है.