भोजपुरी में बहुत अश्लील गाने बनते है, यह बात बिल्कुल जायज़ है लेकिन क्या आज कल के वेबसीरीज़ गाली और अश्लीलता से भड़े नहीं होते ? क्या हिंदी के कई गानों में अश्लीलता नहीं है ? ठीक है, ज्योति यादव भोजपुरी में बनने वाले अश्लील गानो पर सवाल कर रही है, अच्छी बात है लेक़िन एक जिम्मेदार पत्रकार होने के नाते गंदे गानो को सोशल हैंडल से शेयर करना कहा तक मीडिया इथिक्स है. क्या एक जिम्मेदार पत्रकार राज्य या भाषा विशेष को नीचे दिखाने के लिये खुद अश्लील गानों के पोस्टर शेयर करें तो वो दोषी नहीं है. किसी को गंदा दिखाने के लिए खुद गंदगी फैलाना कितना जायज़ है.

बिहारी परिवार को उल्टा-सीधा कहने के बाद ज्योति यादव ने अब भोजपुरी के अश्लील गानों के पोस्टर शेयर किए है. पोस्टर में ऐसा आपत्तिजनक शब्द है, जो एक जिम्मेदार नागरिक कभी शेयर नहीं करें लेक़िन ज्योति यादव बिहार को नीचा दिखाने में अंधी हो चुकी है. अश्लील गानों को बनाना जितना बड़ा अपराध है उन गानों को शेयर करना भी उतना ही बड़ा अपराध है. ज्योति यादव ने अपने वेरिफाइड फेसबुक हैंडल से जैसे पोस्टर शेयर किए है, उन्हें देखकर कर लगता है ज्योति यादव सस्ती प्रसिद्धि पाने के लिये किसी भी हद तक गिरने के लिये तैयार है.

ज्योति यादव आजकल चर्चा में बने रहने के लिये कई हथकंडे अपना रही है और ताज़ातरीन हथकंडो में ज्योति ने भोजपुरी को ही अश्लील साबित कर दिया माना भोजपुरी के कई गाने अश्लील है लेक़िन ज्योति यादव पूरी भोजपुरी को अश्लील साबित करना चाहती है.

ज्योति ने कुछ समय पहले ही बिहारी परिवार को छोटे सोच वाला कहा था अब उनका यह पोस्ट बिहारी को बदनाम करने के एजेंडा का हिस्सा है.

अभिषेक रंजन, मुजफ्फरपुर में जन्में एक पत्रकार है, इन्होंने अपना स्नातक पत्रकारिता...