मोर पंख में सभी देवी-देवताओं और नव ग्रहों का वास होता है. मोर पंख का इस्तेमाल हर धर्म में किया जाता है. मोर पंख बहुत से देवताओं का प्रिय आभूषण है. भगवान कृष्ण, माता सरस्वती, माता लक्ष्मी, इंद्रदेव, शिव पुत्र कार्तिकेय तथा श्रीगणेश, सभी को मोर पंख किसी न किसी रूप में प्रिय है. इसलिए यह पंख जीवन की दिशा और दशा बदलने में सहायक माना जाता है.
अगर आप आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको अपने ऑफिस या तिजोरी में साउथ-ईस्ट दिशा में मोर पंख रखना चाहिए. इससे आपको बहुत लाभ होगा. आपके पास कभी भी धन की कमी नहीं होगी और रुका धन भी आपको आसानी से प्राप्त होगा.
बेडरूम की पूर्व या फिर दक्षिण-पूर्व दिशा में मोर पंख लगाने से सभी रुके हुए कार्य पूरे हो जाते हैं.
जिन बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता है, वह कमरे या पुस्तकों के बीच मोर पंख को रखें. ऐसा करने से एकाग्रता बढ़ाने में सहायता मिलती है.
मुख्य द्वार पर गणेशजी की मूर्ति के साथ मोर पंख रखने से घर से हर प्रकार का वास्तु दोष दूर हो जाता है. घर में किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा का वास नहीं होता है.
अगर आपके घर में मोर पंख है तो कोई भी बुरी शक्ति प्रवेश नहीं कर सकती है. यह आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखता है.