सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत अयोध्या में बनने वाली मस्जिद के निर्माण की कवायद शुरू हो गई है। यूपी सुन्नी वक्फ बोर्ड ने मस्जिद के डिजायन बनाने की जिम्मेदारी जामिया आर्किटेक्ट विभाग के डीन प्रो एसएम अख्तर को दी है। प्रो अख्तर ने ‘हिंदुस्तान’ से विशेष बातचीत में बताया कि सुप्रीम कोर्ट से 5 एकड़ की जमीन बोर्ड को मिली है, उस पूरी जमीन में ही मस्जिद कॉम्प्लेक्स विकसित किया जाएगा। जिसमें नई मस्जिद का आकार पुरानी मस्जिद के जितना ही होगा। नई मस्जिद न ही छोटी होगी और न ही पुरानी मस्जिद से वह बड़ी होगी।
यूपी सुन्नी वक्फ बोर्ड से मस्जिद डिजायन की जिम्मेदारी के बारे में ‘हिन्दुतान’ से विशेष बातचीत में प्रो. एसएम अख्तर ने बताया सुन्नी वक्फ बोर्ड मानवीय इस्लामिक भावना के तहत पूरा मस्जिद कॉम्प्लेक्स विकसित किया जाएगा। जिसमें मस्जिद के साथ ही अस्पताल बनाने की योजना भी प्रस्तावित है। तो वहीं मानव कल्याण के लिए अस्पताल के साथ ही शैक्षणिक संस्थान समेत जो भी विकसित किया जा सकता है, उस पर विचार किया जाएगा। जिसके लिए सुझाव मांगे जायंगे।
समकालीन होगा डिजायन
जमिया आर्किटेक्ट विभाग के डीन प्रो एसएम अख्तर ने कहा कि नई मस्जिद का डिजाइन समकालीन होगा। जिसे वर्तमान व भविष्य की जरुरत की तरह विकसित किया जायगा। नई मस्जिद में मुगलकालीन नक्काशी उकेरने सम्बधी सवाल में उन्होंने कहा कि आर्किटेक्चर में कभी भी प्रतिरूपतैयार नहीं होता है इनमें हमेशा से नया निर्माण होता है। इसी के अनुरूप डिजाइन तैयार किया जाएगा।
Input: Live Hindustan