मुजफ्फरपुर : बेशक जिले में कोरोना संक्रमितों का रिकवरी रेट बढ़ा है। हालांकि, प्रभाव कम नहीं हुआ है। नए संक्रमितों की संख्या भी रोजाना बढ़ रही है। इसमें लोगों की लापरवाही की बड़ी भूमिका है। शहर में निकला हर तीसरा शख्स बगैर मास्क के दिख रहा है। अधिकांश लोग मास्क के प्रति बेपरवाह हैं। पुलिस को देखते हैं तो मास्क की याद आती है। बाजारों में तो रोजाना संक्रमण का सुरक्षा चक्र टूट रहा है। लोग शारीरिक दूरी का पालन करना लगभग भूल ही गए हैं। चिकित्सक डॉ. अरुण कुमार बताते हैं कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाना जरूरी है। तभी हम कोरोना को हरा सकते हैं। एन-95, सर्जिकल और एन 100 रेस्पिरेटर मास्क के अलावा डबल लेयर का कपड़े का मास्क या गमछे का भी उपयोग कर सकते हैं।
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जुर्माना भर रहे लेकिन, नहीं ले रहे सीख: लगातार जारी जुर्माने की कार्रवाई के बावजूद लोग मास्क लगाने के प्रति बेपरवाह बने हुए हैं। जिला प्रशासन की 48 टीमें लगातार अभियान चलाकर बगैर मास्क निकले लोगों से जुर्माना वसूल रही है। अबतक 8635 लोगों से चार लाख 31 हजार 650 रुपये बतौर जुर्माना वसूला गया है। बावजूद इसके लोग जागरूक नहीं हो रहे हैं। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने आम जनता से मास्क लगा कर निकलने की ही अपील की है। डीएम ने कहा है कि अब मास्क नहीं लगाने वालों के खिलाफ सख्ती दिखाई जाएगी। डीपीआरओ कमल सिंह के अनुसार, जिले में अबतक कोरोना के छह हजार 373 मामले आए हैं। इनमें 5103 इलाज बाद ठीक हो गए हैं। 41 लोगों की जिंदगी इस वायरस ने निगल लिया है। वर्तमान में 838 एक्टिव केस हैं। प्रशासनिक स्तर पर मास्क की अनिवार्यता और शारीरिक दूरी के पालन के लिए लगातार अभियान भी चलाए जा रहे हैं। इसके तहत जन जागरूकता के लिए वैन भी चलाए जा रहे हैं।
Source : Dainik Jagran
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