सोशल मीडिया में इन दिनों कौन बनेगा करोड़पति में 5 करोड़ जीतने वाले सुशील कुमार की फेसबुक पोस्ट की ख़ूब चर्चा हो रही है। सुशील ने इस पोस्ट में बताया कि कैसे इतनी भारी रकम जीतने के बाद वो बर्बादी के रास्ते पर चले गये। रातोंरात मिली शोहरत को संभाल नहीं सके। उनकी गठरी में माल देखकर कैसे कई लोगों ने उन्हें ठगा। क़दम बहके तो नशे का भी चस्का लगा। मगर, यह सिर्फ़ एक सुशील कुमार की कहानी है। इस गेम शो में कई ऐसे कंटेस्टेंट भी आये, जिनकी ज़िंदगी शो में जीतने के बाद बदल गयी और उन्होंने करियर में नई ऊंचाइयों को छुआ। ऐसी ही एक प्रेरणादायी कहानी है आईपीएस डॉ. रवि मोहन सैनी की।

14 साल की उम्र में जीता केबीसी

19 साल पहले 2001 में केबीसी का स्पेशल संस्करण केबीसी जूनियर आया था, जिसमें रवि मोहन सैनी ने भाग लिया था। तब उनकी उम्र महज़ 14 साल थी। रवि ने सभी 15 सवालों के सही जवाब देकर एक करोड़ की ईनामी राशि जीती थी। 2017 में टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बातचीत में रवि ने बताया था कि उन्होंने एक करोड़ की धनराशि जीती थी। टैक्स काटने के बाद उन्हें चार साल बाद 69 लाख रुपये मिले थे, क्योंकि केबीसी के नियमों के अनुसार ईनामी राशि 18 साल की उम्र के बाद दी जाती थी।

पिता से प्रभावित होकर ज्वाइन की पुलिस सेवा

डॉ. रवि मोहन सैनी की उम्र फिलहाल करीब 33 साल है। मई में उन्होंने गुजरात के पोरबंदर में एसपी के पद पर ज्वाइन किया था। इससे पहले रवि राजकोट सिटी में डीसीपी के पद पर तैनात थे। रवि मूल रूप से अलवर के रहने वाले हैं। उनके पिता नेवी में थे। रवि ने स्कूली पढ़ाई विशाखापत्तनम में नैवल पब्लिक स्कूल से की थी।

इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में डॉ. सैनी ने बताया कि उन्होंने महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज जयपुर से एमबीबीएस किया। एमबीबीएस के बाद इंटर्नशिप के दौरान उनका चयन सिविल सर्विसेज़ में हो गया। चूंकि पिता नेवी में थे, इसलिए उनसे प्रभावित होकर आईपीएस चुन लिया।

उन्होंने 2012 और 2013 में सिविल सर्विसेज़ की परीक्षा दी थी, मगर भारतीय पुलिस सर्विस के लिए डॉ. सैनी का चयन 2014 में हुआ था। उन्होंने अखिल भारतीय स्तर पर 461वीं रैंक हासिल की थी।

केबीसी को हुए दो दशक

केबीसी को इस साल दो दशक पूरे हो रहे हैं। अमिताभ बच्चन फ़िलहाल 12 सीज़न की शूटिंग कर रहे हैं। इसका प्रसारण अगले महीने से होने की सम्भावना है। केबीसी की शुरुआत 2000 में हुई थी। अमिताभ बच्चन पहले होस्ट थे और ईनामी राशि एक करोड़ रखी गयी थी। दूसरे और तीसरे सीज़न में प्राइज़ मनी 2 करोड़ रुपये थे। चौथे सीज़न में प्राइज़ मनी एक करोड़ रखी गयी, जबकि 5 करोड़ के लिए जैकपॉट सवाल इंट्रोड्यूस किया गया था।

सातवें सीज़न में कुल सवालों की संख्या 13 से 15 कर दी गयी और प्राइज़ मनी 7 करोड़ हो गयी थी। सीज़न 9 से सवालों की संख्या 16 और प्राइज़ मनी 7 करोड़ रुपये कर दी गयी थी। शो के सारे सीज़न अमिताभ बच्चन ने होस्ट किये हैं, बस सीज़न 3 को छोड़कर, जिसे शाह रुख़ ख़ान ने होस्ट किया था।

Source : Dainik Jagran

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