साल 2020 में दुनिया को चैन और सुकून मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे। कभी आग, कभी कोरोना, कभी अंतरिक्ष से आई कोई आपदा। इस साल लोगों को चैन से बैठने का मौका ही नहीं मिल पा रहा। दुनिया में कोरोना फैलाने के कारण वैसे ही चीन की काफी बदनामी हुई। अब सितंबर महीने में चीन(China) में एक और बीमारी फैलने के हड़कंप मच गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में एक नया बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial Infection)लोगों में फ़ैल गया है, जिसकी वजह से वहां अभी तक 3 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो गए हैं। इतना ही नहीं, ये बीमारी हवा से फ़ैल रही है, इस कारण ये और भी ज्यादा घातक साबित हो सकती है। इससे संक्रमित इंसान को बुखार आ जाता है जिसे माल्टा बुखार का नाम दिया गया है। साथ ही इससे मर्दों में नपुंसकता आने का खतरा रहता है। आइये आपको बताते हैं कैसे कोरोना के बीच चीन ने फैला दिया एक और वायरस
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन के उत्तरपूर्वीय इलाकों में तीन हजार से अधिक लोगों में एक नए बैक्टीरियल इंफेक्शन का लक्षण फैल गया है। ये बक्टेरिया चीन के एक एक सरकारी बायोफार्मास्यूटिकल प्लांट में लीक होने के बाद फैला है।
चीन के लांझू में अभी तक 3 हजार 245 लोगों में ब्रुसलोसिस (Brucellosis) बैक्टेरिया पाया गया है। ये बीमारी इंसान से इंसान में नहीं फैलती बल्कि जानवरों या इससे इन्फेक्टेड जानवर के मांस को खाने से फैलता है। साथ ही इन्फेक्टेड जानवर के डेयरी प्रोडक्ट से भी ये वायरस फ़ैल जाता है।
अभी तक इस वायरस से किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है। एरिया में तीन हजार से अधिक लोगों के संक्रमित होने से अभी तक 22 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की गई। अमेरिकन इंस्टीट्यूट सीडीसी के मुताबिक, इस इन्फेक्शन से कुछ ऐसे नुकसान होते हैं जिसकी भरपाई काफी मुश्किल होती है।
इसमें से एक है मर्दों में नपुंसकता फैलना। बताया जा रहा है कि ये बैक्टेरिया मर्दों को नपुंसक बना देती है। पिछले साल भी दिसंबर महीने में भी ये बैक्टेरिया इसी एरिया में फ़ैल गया था। तब करीब दो सौ लोग इसके चपेट में आ गए थे।
जिस फैक्ट्री में ये बैक्टेरिया फैला, वहां ब्रूसेला की वैक्सीन बनती है। इसे बनाने के लिए वहां एक्सपायर्ड डिसइंफेक्टेंट रखे थे। इस वैक्सीन का इस्तेमाल जानवरों खासकर भेड़-बकरियों पर किया जाता है। यही एक्सपायर्ड डिसइंफेक्टेंट एक टैंक में रखा था, जहां इसमें से रिसाव हो रहा था।
रिसाव की जानकारी मिलने पर टैंकर को खाली किया गया। इस दौरान उसमें रखे लिक्विड पदार्थ आसपास फ़ैल गया। इसी में ब्रूसेलोसिस (Brucellosis) फैलाने वाला बैक्टेरिया था। जो भी इसके संपर्क में आए या वहां नजदीक में सांस लेते पाए गए, सभी इससे संक्रमित हो गए।
13 जनवरी 2020 में लॉन्झोउ बायोलॉजिकल फार्मास्यूटिकल फैक्ट्री का वैक्सीनेशन लाइसेंस रद्द कर दिया गया था। इस फैक्ट्री पर लोगों की जान जोखिम में डालने का आरोप लगा था और आठ लोगों को सजा भी सुनाई गई थी।
इस बैक्टेरिया से फैलने वाली बीमारी को माल्टा या मेडिटेरियन फीवर भी कहा जाता है। इस बैक्टेरिया से इंफेक्टेड लोगों में बुखार, जोड़ों में दर्द और सिर में तेज दर्द की शिकायत होती है। हालांकि, सोशल मीडिया पर इसे लोगों को नपुंसक बनाने वाले बुखार के रूप में चर्चा मिल रही है।
बैक्टेरिया के फैलने के बाद प्लांट के मालिक ने इसके लिए माफ़ी मांगी है। सरकार ने पहले ही इनका लाइसेंस कैंसिल कर दिया था। अब जितने भी लोग इससे संक्रमित होंगे उन्हें अक्टूबर महीने में प्लांट की तरफ से मुआवजा दिया जाएगा।