तीन नवंबर को होने वाले मतदान से पहले कांटी में चुनाव प्रचार ने रफ़्तार पकड़ ली है.. कांटी सीट पर राजद , जदयू और लोजपा के बीच त्रिकोणीय मुक़ाबले की तस्वीर बन रही है.. हालाँकि कुछ निर्दलीय भी यहाँ भाग्य आज़मा रहे हैं मगर आख़िरकार मुख्य मुक़ाबला इन तीन दलों के बीच होता दिख रहा है..राजद और जदयू द्वारा काँटी में अल्पसंख्यक समाज को टिकट दिए जाने से बहुसंख्यक समाज में कुछ मायूसी दिखी थी.. पर लोजपा से स्थानीय नेता विजय सिंह के मैदान में आने के बाद धीरे धीरे बहुसंख्यक समाज का ध्रुवीकरण लोजपा की तरफ़ होता दिख रहा है..
ख़ास तौर पर संघ परिवार द्वारा लगातार बैठकें कर लोजपा के समर्थन की रणनीति बनाए जाने के बाद इस सीट पर लोजपा को बढ़त मिलती दिख रही है..संघ परिवार के कई आनुवांशिक संगठन प्रत्यक्ष या परोक्ष तौर पर यहाँ लोजपा के लिए सक्रिय दिख रहे हैं..स्थानीय भाजपा नेताओं का भी खुला समर्थन यहाँ लोजपा प्रत्याशी के लिए देखा जा सकता है..ऐसे में बहुसंख्यक समाज के ध्रुवीकरण के कारण लोजपा मज़बूत स्थिति में दिख रही है.. हालाँकि बहुसंख्यक समाज के ध्रुवीकरण की प्रतिक्रिया में अल्पसंख्यक समाज भी अब जदयू प्रत्याशी मोहम्मद जमाल के पक्ष में गोलबंद होता दिख रहा है..हालाँकि चुनाव प्रचार में अभी हफ़्ते दिन से ज़्यादा का वक़्त और है ऐसे ने अभी कई समीकरण इस सीट पर बनते बिगड़ते रहेंगे..