भ्रष्टाचार के आठ साल पुराने एक मामले को लेकर विपक्ष के आरोपों से घिरे बिहार के नए शिक्षा मंत्री डॉ. मेवालाल चौधरी ने गुरुवार को पदभार ग्रहण करने के महज सवा घंटे बाद ही इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में मिलकर उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अनुशंसा पर राज्यपाल फागू चौहान ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। भवन निर्माण मंत्री अशोक कुमार चौधरी को शिक्षा विभाग के मंत्री का प्रभार सौंपा गया है। इस आरजेडी नेता तेजप्रताप यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि जियो मेरे खिलाड़ी, पहली बॉल में ही मज़बूत विकेट को “Back to pavilion” कर दिया।
जियो मेरे खिलाड़ी, पहली बॉल में ही मज़बूत विकेट को “Back to pavilion” कर दिया।👍#Mewa
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) November 19, 2020
वहीं महागठबंधन के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी के इस्तीफे पर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। कहा है कि अगर इस्तीफा ही लेना था, तो मंत्री क्यों बनाया। आरोप लगाया है कि पदभार ग्रहण करने वाले से अधिक गुनहगार मंत्री बनाने वाले हैं।
ट्वीट कर तेजस्वी ने कहा कि जनादेश के माध्यम से बिहार ने विपक्ष को एक आदेश दिया है कि सरकार की नीति, नीयत और नियम के खिलाफ आगाह करते रहें। शिक्षा मंत्री का इस्तीफा बानगी है और महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी। अभी तो 19 लाख नौकरी, संविदा और समान काम-समान वेतन जैसे अनेकों जनसरोकार के मुद्दों पर हम सरकार को घेरेंगे।
तेजस्वी ने कहा है कि विपक्ष की ओर से इस मसले पर आवाज उठाने के बावजूद मंत्री ने पदभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण के कुछ घंटे बाद ही इस्तीफ़े का नाटक रचा गया। इसलिए असली गुनाहगार सरकार है, जिसने एक भ्रष्टाचार को मंत्री बनाया। सरकार का यह दोहरापन अब चलने नहीं दिया जाएगा।
Input: Live Hindustan