अहियापुर थाना इलाके में शराब निर्माण व बिक्री के संगठित अड्डाें के संचालन का मामला पकड़ में आने के बाद पुलिस मुख्यालय पटना ने रविवार काे अहियापुर थानेदार दिनेश कुमार काे सस्पेंड कर दिया। डीजीपी कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि अहियापुर थाना क्षेत्र में शराब भट्ठी, फैक्ट्री का संचालन एवं खुलेआम बिक्री हाेना थानेदार की अधिसूचना संकलन में पूर्ण रूप से विफलता है।

इसलिए अहियापुर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार काे निलंबित करते हुए इनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही का संचालन शुरू किया जा रहा है। 25 नवंबर काे पटना से आई केंद्रीय मद्य निषेध की टीम ने अहियापुर के मुरादपुर भरत गांव में मुकेश कुमार के घर छापेमारी की थी तो विदेशी शराब की बाेतल पर चिपकाने वाले विभिन्न ब्रांड के रैपर 6 किलाे, शराब के विभिन्न ब्रांड की बाेतल के 250 ढक्कन, खाली बाेतलें बरामद की गई थी।

गरहां चाैक पर दाे पान दुकानाें से 9.03 लीटर विदेशी शराब जब्त हुई। मुख्यालय की औचक कार्रवाई में शराब जब्ती से स्पष्ट है कि अहियापुर थाना इलाके में खुलेआम शराब बिक्री हाे रही है।

शराबबंदी लागू कराने में थानेदार पूरी तरह विफल हैं। शराबबंदी में लापरवाही पर डीजीपी ने पटना व वैशाली के भी एक-एक थानेदार को सस्पेंड किया है। जबकि, मीनापुर के थानेदार अविनाश चंद्र को दो दिन पूर्व निलंबित किया था।

बेला थानेदार व 4 का वेतन रुका, अभियान के बदले सोए मिले

फरार अपराधियों व कांड के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चलाए गए विशेष छापेमारी अभियान में घर में साेए पाए गए बेला थानेदार धर्मेंद्र कुमार व नगर थाने के प्रभारी थानेदार रवि गुप्ता समेत 5 पुलिस अधिकारियों के वेतन पर सिटी एसपी राजेश कुमार ने राेक लगा दी है।

रविवार काे इसका आदेश जारी किया गया जिसमें कहा गया है कि 27 नवंबर की रात के लिए सभी थानेदार व पुलिस अधिकारियों काे निर्देश था कि रातभर वारंटियाें, फरार अपराधियों व आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करें।

अभियान की रात जब थानों का निरीक्षण किया गया तो बेला थानेदार अपने डेरा में साेए हुए थे। इस वजह से छापेमारी नहीं हाेने के कारण अभियान में काेई गिरफ्तारी नहीं हुई। नगर थानेदार के प्रभारी थानेदार सह अपर थानाध्यक्ष रवि गुप्ता भी डेरा में साेए पाए गए।

ब्रह्मपुरा थाने पर रात दाे बजे निरीक्षण में प्रतिनियुक्त पदाधिकारी मनाेज कुमार देव और प्रकाशचंद श्रीवास्तव भी डेरा में साेए पाए गए। अहियापुर थाने की जांच में पाया गया कि गश्ती गाड़ी काे सड़क किनारे खड़ी कर उसमें एएसआई रामबचन राय साेए मिले। इस तरह जांच में साेए पाए गए सभी पुलिस अधिकारियों का वेतन अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है।

निरीक्षण के दौरान ड्यूटी पर उपस्थित मिले दो पुलिस अधिकारियों को मिला पुरस्कार

लंबित कांडाें की समीक्षा के दौरान पूर्व सूचना के बावजूद गैरहाजिर रहने के कारण नगर थाने के एएसआई जीतेंद्र पासवान काे सिटी एसपी राजेश कुमार ने सस्पेंड कर दिया है। इस थाने के एसआई अजीत मिश्रा, महेश ठाकुर, एएसआई उदय सिंह व मणिकांत पासवान का वेतन बंद कर दिया गया है।

सिटी एसपी ने बताया कि प्रभारी थानेदार रवि गुप्ता ने बताया कि सभी पदाधिकारियों काे पहले से सूचना दे दी गई थी कि कांडाें की समीक्षा की जाएगी। लेकिन संबंधित पदाधिकारी बगैर बताए ही थाने से गायब रहे। सिटी एसपी ने बताया कि निरीक्षण में काजी मोहम्मदपुर थाने पर दारोगा नसीम अंसारी और सुरेश प्रसाद सिंह काे केस डायरी लिखते पाया गया। इसलिए दाेनाें काे एक-एक हजार रुपए का पुरस्कार दिया गया है।

Source : Dainik Bhaskar

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