शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ-साथ तेल का खेल रोकने के लिए 1 दिसंबर से सफाई गाड़ियाें में जीपीएस लगेगा। इस बाबत रविवार को नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने लखनऊ की एजेंसी को वर्क ऑर्डर जारी किया।
पूर्व में नगर निगम की सफाई गाड़ियों में जीपीएस लगा था, जो कुछ ही महीने में खराब हो गया। उसे दुरुस्त कराने की दिशा में कोई पहल नहीं की गई। नगर आयुक्त ने तेल के आवंटन में हेराफेरी की आशंका जताते हुए जीपीएस खराब रहने के मामले में कर्मचारियों से जवाब भी मांगा।
इसे लेकर बहलखाना प्रभारी का स्थानांतरण कर दिया गया। अब उन्हाेंने पूर्व में 59 सफाई गाड़ियों में लगे जीपीएस को दुरुस्त करने व 8 नए वाहनाें में 3 दिनाें के अंदर नया लगाने का वर्क ऑर्डर लखनऊ की एजेंसी को दिया है। इसकी मॉनिटरिंग की जवाबदेही सिटी मैनेजर व बहलखाना प्रभारी काे दी गई है।
बता दें कि जीपीएस लगे रहने से सफाई गाड़ियाें की मॉनिटरिंग हाे सकेगी। कौन सफाई गाड़ी किस रोड में है, इसकी निगरानी होगी। तेल खर्च के अनुपात में काम हाे सकेगा।
ट्रैक्टर कम होने से मुख्य सड़काें से ही उठा कूड़ा, शहर गंदगी से बजबजा रहा
साप्ताहिक अवकाश और ट्रैक्टर की कमी की वजह से रविवार काे सिर्फ मुख्य सड़काें से ही कूड़ा उठ सका। नगर निगम के अधिकारी के मुताबिक जवाहरलाल रोड, मोतीझील समेत कई अन्य प्रमुख सड़काें से कूड़े का उठाव किया गया। स्टाफ कम रहने की वजह से सिर्फ मेन रोड से ही कूड़ा उठा।
सोमवार से कूड़ा उठाव का फिर विशेष अभियान शुरू होगा। नगर निगम के पास अभी 43 ट्रैक्टर हैं। उनमें आधा दर्जन रिपेयरिंग में हैं। वे सभी मरम्मत हाेकर 4-5 दिनाें में अा जाएंगे। उधर, शहर कूड़े से बजबजा रहा है। वार्ड पार्षद केपी पप्पू समेत अन्य ने भी इस पर गहरी नाराजगी जताई है। कहा कि जगह-जगह कूड़े के ढेर हैं।
Source : Dainik Bhaskar