भारत एक कृषि प्रधान देश है, यह हम सब जानते हैं। लेकिन, आप यह जानते हैं कि बिहार का एक औसत किसान (Farmers Income) महीने भर में जितना कमाता है, उससे पांच गुना ज्यादा आमदनी पंजाब के औसत किसान की है। हरियाणा के किसानों की भी आमदनी कोई कम नहीं है। कमाई के लिहाज से उनका नंबर देश में दूसरा है। हालांकि, यह आंकड़ा आठ साल पुराना है, लेकिन इससे एक ट्रेंड तो मिल ही जाता है कि किस राज्य के किसानों की माली हालत क्या है। इन आंकड़ों का एक और पहलू यह है कि बिहार के किसानों की मासिक आमदनी देश में सबसे कम है जबकि पंजाब के किसानों की आमदनी सबसे ज्यादा। तभी तो किसान आंदोलन के दौरान सड़कों पर अधिकतर पंजाब के किसान ही दिखते हैं।

पंजाब के किसानों की आमदनी देश में सबसे ज्यादा
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बीते साल 13 दिसंबर को राज्य सभा (Rajya Sabha) में एक अतारांकित सवाल (Unstarred Question ) के जवाब में बताया था कि पंजाब के किसानों की औसत मासिक आमदनी 18,059 रुपये है। यह देश में सबसे ज्यादा है। इसके बाद हरियाणा के किसानों का नंबर है, जिनकी औसत मासिक आमदनी 14,434 रुपये है। गौरतलब है कि किसान आंदोलन में इन्हीं दो राज्यों के किसानों की अधिकतर भागीदारी दिख रही है।

जम्मू कश्मीर और केरल के किसान भी पीछे नहीं
किसानों की आमदनी के लिहाज से पंजाब और हरियाणा के बाद जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के किसान सबसे अमीर हैं। वहां किसानों की मासिक आमदनी 12,683 रुपये है। इसके बाद केरल के किसानों का नंबर आता है, जहां औसत किसान महीने में 11,888 रुपये की आमदनी अर्जित कर लेते हैं। इसके बाद मेघालय के किसानों का नंबर आता है, जो कि महीने में 11,792 रुपये कमा लेते हैं।

यूपी के किसान पंजाब के मुकाबले कहीं नहीं ठहरते
बात किसानों की आमदनी की हो तो देश में सबसे ज्यादा गेहूं पैदा करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश के किसान पंजाब के किसानों के मुकाबले कहीं नहीं ठहरते। उत्तर प्रदेश के किसानों की औसत मासिक आमदनी 5,000 रुपये से भी कम है। कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इस राज्य के किसान की औसत आमदनी 4,923 रुपये प्रति माह है। तभी तो यह सबसे कम आमदनी वाले पांच राज्यों की सूची में शामिल है।

बिहार के किसान सबसे गरीब

केंद्रीय कृषि मंत्री का कहना है कि आमदनी के लिहाज से बिहार के किसान देश में सभी राज्यों के किसानों से गरीब हैं। वहां के किसानों की औसत मासिक आमदनी महज 3,358 रुपये ही है। किसानों की आमदनी की सूची में बिहार का स्थान सबसे नीचे है। इसके मुकाबले पंजाब के किसान पांच गुना ज्यादा से भी ज्यादा कमाते हैं। आमदनी में नीचे से दूसरा स्थान पश्चिम बंगाल का है, जहां के किसान महीने में 3,980 रुपये कमा लेते हैं। इसके बाद उत्तराखंड के किसानों की आमदनी 4,701, झारखंड में 4,721 रुपये और उत्तर प्रदेश के किसानों की आमदनी 4,923 रुपये है।

किसानों की आमदनी कितनी, इसके लिए सर्वे हुआ है 8 साल पहले

कृषि प्रधान देश भारत में किसानों की आमदनी सरकार के लिए कितना महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा इसी बात से लगता है कि आमदनी जानने का प्रयास कब हुआ। किसानों की आमदनी जानने के लिए केंद्र सरकार के नेशनल स्टेटिस्टिकल ऑफिस (NSO) ने कृषि वर्ष 2012-13 (जुलाई से जून) के बीच ही 70वें राउंड का सर्वे किया था। सरकार का कहना है कि किसानों की आमदनी जानने के लिए विगत कुछ वर्षों के दौरान इस तरह का कोई सर्वे नहीं हुआ है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने इसी सर्वे के आंकड़ों का हवाला देकर राज्य सभा में उपरोक्त जानकारी दी थी।

Input: NBT Hindi

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