दिल्ली में खरीदने वाला भी शराब की जांच कर सकेगा शराब नकली तो नहीं है। इसके लिए आबकारी विभाग एक एप बना रहा है। जिसके माध्यम से पता चल सकेगा कि शराब का आबकारी टैक्स दिया गया है या नहीं। पड़ोसी राज्य हरियाणा में शराब सस्ती होने के कारण दिल्ली में इसकी बड़े स्तर पर कालाबाजारी होती है। प्रति वर्ष कई हजार लीटर अवैध शराब पकड़ी जाती है। अवैध शराब के आरोप में तमाम वाहन पकड़े जाते हैं। इनमें महंगी कारें तक शामिल हैं।
दिल्ली ऐसा राज्य है जहां अवैध शराब के लिए उपयोग में लाए जाने वाले वाहन को जब्त करने का प्रावधान है। इन सब सख्त नियमों के बावजूद दिल्ली में शराब का अवैध कारोबार जारी है। मगर पिछले दो माह से आबकारी विभाग अब नए सिरे से अवैध कारोबार को रोकने के लिए तैयारी में जुटा है। वहीं विभाग ने इस बात की भी तैयारी शुरू कर दी है कि शराब की दुकानों पर मिलने वाली शराब भी लोगों को शुद्ध मिले। दिल्ली में कभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है कि जिसमें सामने आया हो कि शराब की किसी दुकान पर अवैध शराब मिली हो। मगर विभाग अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए शराब जांचने का अधिकार जनता को भी देने जा रही है। एक एप तैयार किया जा रहा है।
अगले कुछ माह में ही एप शुरू हो जाएगा। गूगल प्ले स्टोर से एप डाउनलोड किया जाएगा। एप में दिए जाने वाले स्कैनर से जब बोतल के लेबल पर लगे बारकोड पर फोकस करेंगे तो पता चल जाएगा कि शराब असली है या नकली। क्योंकि शराब की बोतल पर लगा लेबल बता देगा कि जो बोतल वह खरीद रहे हैं। इसके लिए आबकारी विभाग को ड्यूटी यानी टैक्स दिया गया है या नहीं। नियम के अनुसार शहर में कोई भी शराब तभी आ सकती है या बेची जा सकती है जब आबकारी विभाग को ड्यूटी दे दी जाएगी।
अगले कुछ माह में ही एप शुरू हो जाएगा। गूगल प्ले स्टोर से एप डाउनलोड किया जाएगा। एप में दिए जाने वाले स्कैनर से जब बोतल के लेबल पर लगे बारकोड पर फोकस करेंगे तो पता चल जाएगा कि शराब असली है या नकली। क्योंकि शराब की बोतल पर लगा लेबल बता देगा कि जो बोतल वह खरीद रहे हैं। इसके लिए आबकारी विभाग को ड्यूटी यानी टैक्स दिया गया है या नहीं। नियम के अनुसार शहर में कोई भी शराब तभी आ सकती है या बेची जा सकती है जब आबकारी विभाग को ड्यूटी दे दी जाएगी।
एप को लोड करने के बाद दुकान या किसी बार में जाने पर शराब की बोतल के लेबल को स्कैन किया जा सकेगा। इसके लिए शराब की बोतल पर लगने वाले लेबल पर विशेष तरह की इंक का उपयोग किया जाएगा। लेबल की छपाई सरकारी प्रेस में आबकारी विभाग स्वयं करेगा। विभाग की लेबल जारी करेगा जो दिल्ली के लिए तैयार होने वाली शराब पर शराब के कारखाने में ही लगाया जाएगा।
Input: Dainik Jagran