आगामी पंचायत चुनाव के लिए तैयार की गई मतदाता सूची में व्यापक स्तर पर गड़बडिय़ां इसके अंतिम प्रकाशन के बाद भी खत्म नहीं हो सकीं। यहां यह खास गौरतलब है कि कि गड़बड़ी समाप्त करने की जिम्मेदारी जिन पदाधिकारियों को थी वे भी मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद संशोधन का पत्र भेज रहे हैं।
कांटी के बीडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी को भेजा पत्र :
कांटी के बीडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी को पत्र भेजा है। इसमें उन्होंने कांटी प्रखंड की मुस्तफापुर पंचायत की मतदाता सूची से पांच दर्जन से अधिक मतदाताओं के नाम विलोपित होने की बात कही है। मतदाताओं की सूची को संलग्न करने के साथ पत्र में उन्होंने कहा है कि वोटर लिस्ट के अंतिम प्रकाशन के बाद यह पता चला कि ये नाम विलोपित हो गए हैंं। जबकि ये सभी सही मतदाता अभी मौजूद हैं। उन्होंने मतदाता सूची में इन नामों का जोडऩे का आग्रह किया है। अपने पत्र में बीडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी को भेजे अपने पत्र में 63 ऐसे नाम गिनाए हैं, जो अंतिम तौर प्रर प्रकाशित मतदाता सूची में भी विलोपित हैं।
पंचायतों की मतदाता सूची को लेकर हमेशा से रहा है विवाद :
यहां यह भी बता दें कि पंचायतों की मतदाता सूची को लेकर हमेशा से विवाद होता आ रहा है। इसके प्रारूप के प्रकाशन के समय ही कई वर्तमान पंचायत प्रतिनिधियों ने शिकायत की थी कि आसन्न पंचायत चुनाव की प्रक्रिया से उन्हें बाहर करने के लिए यह साजिश रची गई है। इस सिलसिले में सैकड़ों मतदाताओं के नाम जीत-हार के गुणा-भाग को देखते हुए कटवाने की भी शिकायतें आईं हैं। शिकायत और विवाद के कारण राज्य निर्वाचन आयोग को हस्तक्षेप करना पड़ा। मगर इसके बाद भी मतदाता सूची में गड़बड़ी से व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैंं।
Source : Dainik Jagran