साहित्य अकादमी ने 20 भाषाओं में अपने वार्षिक साहित्य अकादमी पुरस्कार की घोषणा कर दी है। इसमें बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली अनामिका को साहित्य का सर्वोच्च सम्मान दिया गया है। वे हिंदी में कविता संग्रह के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार पाने वाली देश की पहली महिला साहित्यकार बन गई हैं। मुजफ्फरपुर की अनामिका के अलावा मधुबनी के रहने वाले प्रसिद्ध साहित्यकार कमलकांत झा को भी वर्ष 2020 के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ने हिंदी कवयित्री अनामिका और मैथली रचनाकार कमकांत झा को साल 2020 का साहित्य अकादमी पुरस्कार मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए उन्हे अपनी शुभकामनाएं दी हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार की बेटी के हिंदी का सर्वोच्च सम्मान मिलना बिहार के लिए गौरव और देश की आधी आबादी को प्रेरणा प्रदान करेगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उर्दू साहित्यकार हुसैन उल हक को भी साहित्य अकादमी पुरस्कार मिलने पर अपनी शुभकामनाएं दी है। उर्दू साहित्यकार हुसैन उल हक को उर्दू उपन्यास अमावस में ख्वाब के लिए सम्मानित किय गया है। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के तीन साहित्यकारों को साहित्य अकादमी पुरस्कार का मिलना गौरव की बात है।
Input: Live Hindustan