कुढ़नी प्रखंड के फकुली में सूबे के पहले पोर्टेबल आगनबाड़ी केंद्र का उद्घाटन आपदा विभाग के एडीएम डॉ. अजय कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि बाढ़ के समय प्रभावित क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित नहीं होगा। आइसीडीएस की डीपीओ डॉ. ललिता कुमारी ने कहा कि इसे आसानी से किसी जगह इंस्टॉल कर पोषण व टीकाकरण, गोदभराई, आरोग्य दिवस सत्र को मनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस पोर्टेबल आगनबाड़ी केंद्र को एक जगह से दूसरे जगह ले जाना काफी आसान होगा। इसे पर्यावरण के अनुकूल बनाया गया है।
इसके लिए सौर ऊर्जा की व्यवस्था की गई है। आगनबाड़ी केंद्र पूरी तरह वाटरप्रूफ और फायर प्रूफ है। दीमक व अन्य हानिकारक कीड़ों से भी यह सुरक्षित होगा। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसकी शुरुआत फकुली से हुई है। केंद्र को उच्च घनत्व वाले अल्ट्रा मॉयश्चर रेजिसटेंट पैनल्स तकनीक से बनाया गया है। पोर्टेबल आगनबाड़ी
केंद्र में होंगी कई सुविधाएं :
सीडीपीओ राजेश किशन ने कहा कि इसमें टीबी, लाइट, दो बाथरुम, किचन और फर्नीचर की सुविधा है। सभी उपकरण बिजली से संचालित होंगे। बच्चों के खेलने के लिए इसके आगे लॉन की भी व्यवस्था है। इस आगनबाड़ी केंद्र के मैटेरियल की खासियत है कि गर्मी के दिनों में यह तापमान को भी काफी कम करता है वहीं, ठंड के मौसम में भी यह बाहर के तापमान का असर नहीं होने देता। इसका क्षेत्रफल 600 वर्ग फीट है। इसे जहा लगाना होता है उस जमीन को समतल किया जाता है। मौके पर जिला पार्षद इंदू देवी, मुखिया सुनील कुमार मंगलम, जिला पार्षद प्रतिनिधि सुजीत रजक, पैक्स अध्यक्ष कंतलाल राय, बीडीओ संजीव कुमार, सीओ रंभू ठाकुर आदि मौजूद थे।
Input: Dainik Jagran