रेलवे स्टेशन के यूटीएस टिकट हॉल में 24 घंटे कोरोना जांच शुरू हो गई है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के कारण राज्य स्वास्थ्य समिति से यह फैसला लिया है। यूटीएस टिकट हॉल के समीप 8-8 घंटे के शिफ्ट के स्वस्थ्यकर्मियों को लगाया गया है। 24 घंटे के दौरान करीब 600 रेल यात्रियों के मुंह, नाक और कान से स्वाब लिया गया। रेल प्रशासन की तरफ से उन लोगों के सहयोग देने संबंधित कोई आदेश नहीं आने से दो स्वास्थ्यकर्मी सबको बुला-बुलाकर सैंपल लेना पड़ रहा है।
इससे थोड़ी असुविधा भी होती है। वहां पर रेल यात्रियों को रोकने की व्यवस्था नहीं होने के कारण दर्जनों लोग बगल के इधर-उधर से बिना जांच कराएं ही निकल जा ट्रेन पकड़ने के लिए निकल जा रहें। शनिवार को लोकमान्य तिलक जाने वाली ट्रेन में कई रेल यात्री बिना जांच के ही यात्रा पर चले गए। लेकिन किसी ने उनको रोकने का प्रयास नहीं किया। मुख्य गेट पर टीटीई को 24 घंटे का शिफ्ट लगाना अनिवार्य है। कोविड के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर रेल प्रशासन को जल्द फैसला लेना चाहिए।
पूछताछ के समीप नहीं हो रही जांच
पूछताछ के समीप कुछ स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना जांच के लिए लगाया गया था। लेकिन इधर कुछ दिनों से वहां पर जांच नहीं हो रही। स्टेशन प्रबंधक सुधीर ने पूछे जाने पर अनभिज्ञता जाहिर की। जबकि शुरुआती दौर से ही वहां पर रेल यात्रियों के स्वाब के सैंपल लिए जा रहे थे।
2819 लोगों ने ली कोरोना का टीका
जिले के 54 टीकाकरण केंद्रों पर 7600 लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। शुक्रवार को 2819 लोगों ने कोरोना टीका लिया। इसमें 2026 वरीय नागिरक 357 हेल्थ कर्मी, 231 फ्रंटलाइन वर्कर, 205 बीमार शामिल रहे।
Input: Dainik Jagran