इस प्रेम कहानी में प्यार भी है, दर्द भी है और जमाने की दुत्कार भी है. लेकिन, प्यार तो अमर है इसे ना तो जमाने की दुत्कार से डर है और ना ही किसी की परवाह. इस कथन को चरितार्थ किया है कि पाकिस्तान की रहने वाली सना है. जिसे प्यार तो मिला लेकिन इसके साथ ही कई दर्द भी मिले. लेकिन, सना ना तो झुकी और ना ही रुकी बस अपने प्यार पर भरोसा किया. आलम ये है कि सना की लव-स्टोरी आज लोगों के लिए मिसाल बन गया है. हो सकता है इस दर्दभरी प्रेम कहानी जानकर आपका दिल भी ‘मोम’ की तरह पिघल जाएगा और दुआएं अपने आप निकल जाएगी. तो चलिए जानते हैं इस ‘अमर’ प्रेम कहानी के बारे में दिलचस्प बातें…

ये कहानी है दाऊद सिद्दीकी और सना की. दाऊद और सना एक दूसरे से बेइंतहा प्यार करते हैं. पिछले नवंबर दाऊद के परिवार वालों ने सना और उसके घरवालों को खाना पर बुलाया था. लेकिन, होनी को कुछ और मंजूर था. सना के पहुंचने से पहले एक बड़ा हादसा हुआ. जिसने दाऊद और सना की जिंदगी पूरी तरह बदल दी. दरअसल, दाऊद के साथ एक बड़ा हादसा हो गया. जिस रात सना और उसके परिजन वहां आने वाले थे उसी रात दाऊद बिजली के खंभे जा टकराया, जिस में वह पूरी तरह जल गया. नेकिसी तरह लोग उसे लेकर हॉस्पिटल पहुंचे लेकिन डॉक्टर ने उसकी हालत देखकर जिन्ना हॉस्पिटल रेफर कर दिया. इसके बाद बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया. लेकिन, डॉक्टर ने उसे देखने के बाद जो कहा उसे सुनकर सबके रोंगटे खड़े हो गए. डॉक्टर ने कहा कि अगर दाऊद को जिंदा रखना है तो उसके दोनों हाथ और एक पैर काटने पड़ेंगे.

‘सना ने प्यार को जिंदा रखा’

वहीं, इस खबर की सूचना जैसे ही सना को मिली वह अपनी चचेरी बहन के साथ हॉस्पिटल पहुंची. उसने दाऊद को देखा तो हैरान रह गई. फिर दाऊद के कान में कुछ ऐसा कहा कि उसने तुरंत अपनी आंखें खोल दी. दाऊद का कहना है कि उसके दिमाग में तुरंत आया कि सना का क्या होगा? अगर वह उसे छोड़ देती है तो क्या होगा? क्योंकि, उसके बगल में एक और मरीजा था, जिसकी एक दुर्घटना में उंगली चली गई थी इसी कारण उसके मंगेतर ने उसे छोड़ दिया था. लेकिन, सना ने कुछ अलग ही सोच रखा था. सना ने कहा कि वह दाऊद को कभी नहीं छोड़ेगी. चाहे कुछ भी हो जाए लेकिन वह उसके साथ ही रहेगी. 40 दिनों तक डॉक्टर यह कहते रहे कि दाऊद का बचना असंभव है. लेकिन, सना हिम्मत नहीं हारी और लगातार भगवान से प्रार्थना करती रही. परिणाम ये हुआ कि दाऊद बच गए.

‘शादी के लिए परिवार ने किया विरोध’

इधर, सना के परिजन उससी शादी के खिलाफ हो गए. लेकिन, सना अपनी जिद पर अड़ी रही और दाऊद के साथ ही शादी करने का फैसला किया. सना ने कहा कि वह उसकी देखभाल करेगी और कभी उसका साथ नहीं छोड़ेगी. दोनों ने एक चर्च में शादी करने का फैसला किया. लेकिन, यह कठिन था. लिहाजा, उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया. दोनों ने शादी कर ली और साथ रहने लगे. सना ने काफी अच्छे दाऊद का ध्यान रखा. वहीं, इस लव स्टोरी को जानकर कई लोग अब उन दोनों की मदद भी कर रहे हैं और यह जोड़ी लोगों के लिए मिसाल बन चुकी है. साथ ही सना और दाऊद की प्रेम कहानी ‘अमर’ हो गई है.

Source : TV9

Muzaffarpur Now – Bihar’s foremost media network, owned by Muzaffarpur Now Brandcom (OPC) PVT LTD