बिहार में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार को 81314 सैंपल की जांच हुई, जिसमें 1080 नए संक्रमित मिले। इससे पहले 31 अक्टूबर 2020 को एक हजार से अधिक संक्रमित मिले थे। यानी 156 दिन बाद प्रदेश में 1000 से अधिक केस सामने आए हैं। मुजफ्फरपुर में 83 नए कोरोना संक्रमित मिले। वहीं, पटना में सबसे ज्यादा 486 पाॅजिटिव मिले। दूसरी ओर, करीब साल भर बाद एक बार फिर बिहारी श्रमिकाें का पलायन शुरू हाे गया है। महाराष्ट्र में संक्रमण के बेकाबू हाेने से वहां लाॅकडाउन की आशंका बढ़ने लगी है। इस डर में लोग अपने घराें को लौटने लगे हैं।

रेल मंत्रालय ने मजदूरों सहित आम लोगों को बिहार पहुंचाने के लिए मुंबई और पुणे से सात स्पेशल ट्रेन के परिचालन की अनुमति दी है। 10 अप्रैल से स्पेशल ट्रेन पटना जंक्शन और दानापुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचनी शुरू होगी। स्पेशल ट्रेन से आने वाले सभी यात्रियों की एंटिजन जांच करायी जाएगी। मुजफ्फरपुर के डीएम प्रणव कुमार ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर सभी बीडीओ, सीडीपीओ व चिकित्सा अधिकारियों काे दाे दिनों में जिले की सभी 385 पंचायताें में एक-एक केंद्र का चयन करते हुए टीकाकरण शुरू कराने काे कहा। डीएम ने सीएम के निर्देश पर सभी बीडीओ काे अपने-अपने प्रखंड में एक-एक क्वारेंटाइन सेंटर बनाने की तैयारी शुरू करने के लिए कहा।

विशेष ट्रेन के सभी यात्रियों का होगा टेस्ट, पॉजिटिव आने पर आइसाेलेशन सेंटर जाएंगे

स्पेशल ट्रेन से आने वाले यात्रियों के नाम, आवासीय पता और मोबाइल नंबर लिखा जाएगा। इसकी जानकारी संबंधित जिले के पदाधिकारियों को दी जाएगी। ताकि, मॉनिटरिंग की जा सके। स्पेशल ट्रेन से आने वालाें में जाे निगेटिव हाेंगे उन्हें घर जाने की अनुमति मिलेगी। पॉजिटिव आने वालाें को आइसोलेशन सेंटर भेजा जाएगा। वहीं, 4 प्रखंडों कुढ़नी, मोतीपुर, पारू व साहेबगंज में ताे लक्ष्य का केवल 10-12 फीसदी टीकाकरण हुआ। सीएस ने इन प्रखंडों के प्रखंड चिकित्सा अधिकारी का 31 मार्च 2021 का वेतन राेकते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।

Input: Dainik Bhaskar

Muzaffarpur Now – Bihar’s foremost media network, owned by Muzaffarpur Now Brandcom (OPC) PVT LTD