दो दिन पहले कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक पहचान के बाद सोमवार को थोड़ी राहत मिली थी, पर मंगलवार को नया रिकॉर्ड बन गया। बिहार में संक्रमण का आंकड़ा पहली बार इस वर्ष 4000 पार कर 4157 पर पहुंच गया। वहीं पंचायती राज विभाग के निदेशक विजय रंजन, रेलवे के लोको पायलट रवि सिन्हा, वैशाली के डीआईओ डॉ. ललन राय समेत पटना में मंगलवार को 16 लोगों की कोरोना से मौत हो गई, जबकि 27 अन्य ने अलग-अलग जिलों में दम तोड़ दिया। इस तरह पूरे राज्य में 43 लोगों ने अपनी जान गंवाई। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने 14 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
राज्य में पिछले 24 घंटे में 93 हजार 523 सैम्पल की कोरोना जांच की गई। 1047 संक्रमित मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो गए, जबकि संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 92.50 फीसदी हो गयी। राज्य में सोमवार को 2999 नए संक्रमित मिले थे, जबकि मंगलवार को इसमें 27 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं, पटना राज्य में सबसे प्रभावित जिला रहा। पटना सहित सात जिलों में सौ से अधिक संक्रमितों की पहचान की गई। पटना में 1205, भागलपुर में 346, गया में 250, जहानाबाद में 175, मुजफ्फरपुर में 218, सहरसा में 111 और सारण में 171 नए संक्रमितों की पहचान की गई।
अब तक 2 लाख 90 हजार 385 संक्रमित राज्य में अबतक 2 लाख 90 हजार 385 संक्रमितों की पहचान की जा चुकी है। इनमें से 2 लाख 68 हजार 606 स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं 1630 की अब तक मौत हुई है तथा 2 करोड़ 47 लाख 43 हजार 506 सैम्पल की कोरोना जांच की जा चुकी है।
पटना में मरे 16 लोगों में चार की मौत एम्स, सात की पीएमसीएच, चार की एनएमसीएच और एक की दानापुर रेलवे अस्पताल में हुई है। पटना एम्स में आईएएस अधिकारी विजय रंजन, ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर प्रशांत सिन्हा के पिता कृष्णचंद्र सिन्हा, वैशाली के डीआईओ डॉ. ललन राय व एकेयू के प्रभारी वीसी के भाई मकबूल करीम ने दम तोड़ा। वहीं, सारण में दो, वैशाली में दो, नालंदा- जहानाबाद में तीन-तीन की मौत हो गई।
इसी तरह भोजपुर में दो, नवादा में दो तथा सीवान, बेगूसराय व औरंगाबाद में एक-एक की जान चली गई। इसी तरह मायागंज अस्पताल भागलपुर में सात की मौत हुई है। उनमें चार भागलपुर, दो जमुई और एक गोड्डा के रहने वाले थे। कटिहार में भी एक की मौत हो गई। वहीं मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में दो, जबकि मधुबनी के मधेपुर में युवक ने दम तोड़ दिया।
Input: Live Hindustan