बीआरए बिहार विश्वविद्यालय परीक्षाओं को लेकर नये सिरे से रणनीति तैयार करने में जुट गया है। कोरोना संक्रमण में कमी को देखते हुए विवि का परीक्षा विभाग आंतरिक तैयारी कर रहा है। हालांकि, विवि प्रशासन सरकार के दिशा-निर्देश का इंतजार कर रहा है, लेकिन तमाम संबंधित कर्मचारियों को लंबित परीक्षाओं की पूरी सूची उपलब्ध कराने को कहा है। इसमें लंबित परीक्षाओं और तमाम परीक्षाओं में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों संभावित संख्या भी देने को कहा गया है। स्थिति नियंत्रित रही तो जुलाई में परीक्षाओं का आयोजन हो सकता है। इसी दिशा में कॉपियों व प्रश्नपत्रों की व्यवस्था की जाएगी।
विवि में स्नातक, पीजी, बीएड, वोकेशनल व पीएचडी एडमिशन टेस्ट सहित कई अन्य कोर्सों की परीक्षाएं होनी है। सबसे अधिक चुनौती स्नातक की परीक्षा को लेकर है। परीक्षा नियंत्रक डॉ. संजय कुमार ने कहा कि परीक्षाओं को लेकर रूपरेखा तैयार की जा रही है। सभी परीक्षाओं के संबंधित कर्मचारियों के साथ रविवार को ऑनलाइन बैठक होगी। इसमें उन्हें हरेक परीक्षाओं की सूची उपलब्ध करानी है। किस तरह से परीक्षाओं का आयोजन होगा इसपर सुझाव मांगा जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि सरकार के निर्देश आते ही परीक्षाएं शुरू करा दी जाए। पीजी की दो परीक्षाओं का रिजल्ट भी जारी करना है। इनकी रिजल्ट की स्थिति का पता लगाया जा रहा है। हालांकि, इन परीक्षाओं की कॉपियों की जांच कोरोना संक्रमण के कारण नहीं हो सकी है।
ये छात्र सत्र 2018-20 के हैं। इनके रिजल्ट के बाद फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षा होगी। इसके बाद पीजी की चार और परीक्षाओं का आयोजन भी होना है। परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि परीक्षा में सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर योजना बनाई जा रही है। एक अतिरिक्त परीक्षा केन्द्र विवि में हो जाने से पीजी व वोकेशनल की परीक्षाओं में दिक्कत नहीं आएगी। स्नातक की परीक्षाओं को लेकर विशेष रणनीति बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिलावार छात्रों की संख्या मंगाकर उसी अनुरूप परीक्षा केन्द्र बनाए जाएंगे। स्नातक की पांच परीक्षाएं होनी हैं। इसमें एक परीक्षा पिछले साल की है। जबकि कंपार्टमेंटल लेकर चार परीक्षा इस साल की होनी है।
Input: live hindustan