लॉकडाउन की वजह से किसान व व्यवसायी पुलिस प्रशासन के भय से बाजार में लीची बेचने नहीं आ रहे हैं। इस कारण बहुत कम लीची टूट रहा। किसान रिंकू शाही ने बताया कि पहले तो बगीचे में लगे लीची को व्यपारी अच्छे दाम देकर खरीद लेते थे। इस बार लॉकडाउन के कारण लीची पेड़ में बर्बाद हो रही है।
दाउदपुर के व्यवपारी मो हनीफ ने बताया कि लीची का बगीचा खरीदा था, न स्थानीय बाजार में मांग है और न बाहर के व्यापारी संपर्क कर रहे हैं। महाजन से व्याज पर कर्ज लेकर लीची का बगीचा खरीदा था कि बाजार में इस बार अच्छे दाम मिलेंगे।
इससे महाजन का कर्ज चुकता कर अपनी लड़की की शादी के लिए कुछ पैसा जाम कर लूंगा। लेकिन कोरोना माहमारी ने कही का न रखा। चार घंटे के बाजार में लोग तो आते हैं पर दिनचर्या के सामान की खरीदारी के लिए अफरातफरी में रहते हैं। लीची की ओर किसी ध्यान ही नहीं जाता।
Input: live hindustan