टाटा स्मारक केंद्र की इकाई होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर में डॉ सान्या ने आज 5 बड़ी सर्जरी की जो आर्थिक रूप ने सक्षम नहीं थे इस टीम की अगुवाई डॉ दुर्गेश पांडेय ने की। इस 5 सर्जरी में आज 4 सर्जरी स्तन की और 1 शिश्न की सर्जरी हुई।
इससे पहले होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर में सिर और गर्दन की सर्जरी हुई है और बिहार का यह अस्पताल कोविड महामारी में भी अनवरत कैंसर मरीज की सर्जरी करती रही है।
टाटा के डॉक्टर गूँजेश के मुताबिक कोविड महामारी के दौरान 40 बड़ी सर्जरी के साथ कुल 100 सर्जरी हुई। अभी तक इस अस्पताल ने बिहार के 4000 से ऊपर मरीजों देखा है। 600 से ऊपर कीमोथेरेपी हुई है। होमी भाभा कैंसर अस्पताल सर्जरी के साथ कैंसर स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान भी बिहार के 16 जिलों में चला रही है ताकि इसके प्रारंभिक लक्षण के समय ही इलाज हो सके।
बिहार में पुरुषों में मुँह का कैंसर की अधिकता देखी गयी है जिसका मुख्य कारण तम्बाकू का सेवन है वहीं महिलाओं में स्तन कैंसर और गर्भाशय के मुख का कैंसर ज्यादा पाया जाता है। होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर बिहार में इसे कम करने को लेकर प्रतिबद्ध है।
यहां आने वाले समय में सभी कैंसर की सर्जरी की जाएगी
होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के प्रभारी डॉ रविकांत सिंह के अनुसार कि उत्तर बिहार के लोगों को कैंसर के इलाज के लिए पहले अन्यत्र जगहों पर पलायन करना पड़ता था और इसमें कई ऐसे लोग होते है जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होते उनके लिए टाटा स्मारक केंद्र मुजफ्फरपुर में अपनी इकाई खोली है ताकि सब्सिडी रेट में उनका इलाज सम्भव हो सके। इसके लिए अस्पताल आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सरकारी योजना के लाभ भी प्रदान कराने में मदद करती है।