गायघाट। चौर में फैलने लगा है ‘ बेनीबाद बागमती नदी का पानी इससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। नदियों का पानी अब अपनी सीमा तोड़ने लगा है। पानी नदी की पेटी से निकल कर अब अपना रास्ता तलाशने लगी है। पानी अब चौर में फैलने लगा है। हालांकि नदी के पानी ने अभी गांव व बस्तियों में प्रवेश नहीं किया है लेकिन जिस तरह जलस्तर बढ़ रहा है और पानी चौर में फैलने लगा है उससे लोगों में बाढ़ की आशंका गहराने लगी है। लोगों का कहना है कि यही रफ्तार रही तो ग्रामीण इलाकों में बाढ़ का पानी समस्या पैदा कर देगी।इधर बलौर निधि पंचायत के सती स्थान के समीप हलुआई टोला के पास तेजी से कटाव हो रहा है। तटबंध के किनारे बसे तीन घरो के लोग ऊँचे स्थान पर पलायन करने के लिए मजबूर हो गया है। नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही बारिश से बागमती नदी में जलस्तर बढ़ने का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नदी का पानी चौर में तेजी से फैलने लगा है।
इधर नदी का पानी प्रखंड के शिवदाहा, महेशवाड़ा, बठवाड़ा, जहांगीर के चौर में तेजी से फैल रहा है। नदियों में पानी बढ़ने से लोगों की धड़कनें तेज हो गई है। चौर में बाढ़ का पानी फैलने से खेतों में लगी फसल व धान के बिचड़े डूब रहे हैं। बाढ़ का पानी चौर में फैलने से सब्जी की खेती भी चौपट हो गई है। खेतों में लगी मूंग, तील सहित अन्य फसल डूबकर बर्बाद हो रही है। इधर, बाढ़ की आशंका से भयभीत लोग आवश्यक वस्तु सहित अन्य सामग्री जुटाने में लगे हुए हैं। चौरी तेजी से जलमग्न होता जा रहा है। चौर में बाढ़ का पानी फैलने से मवेशियों के चारा का संकट उत्पन्न हो गया है।
बता दें कि बाढ़ आने के बाद प्रखंड के शिवदाहा, बरूआरी, बलौर निधि, केवटसा, लदौर पंचायत पंचायत के दर्जनो सहित एक दर्जन गांव टापू में तब्दील हो जाते हैं।