शहर के कई इलाकों में डेंगू पांव पसार चुका है। निजी अस्पतालों की जांच में शहर के अहियापुर, शेरपुर, मालीघाट जैसे इलाकों से डेंगू के पॉजिटिव मरीज आ रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग निजी लैब की जांच रिपोर्ट को मानता ही नहीं। विभाग जब तक एसकेएमसीएच से रिपोर्ट न आये, तब तक उसकी पुष्टि नहीं करता है। सरकारी आंकड़े में अब तक मात्र 12 डेंगू के मरीज मिले हैं। एसकेएमसीएच में सितंबर महीने में 30 सैंपल जांच के लिए आये थे, जिनमें दस लोग पॉजिटिव पाये गये थे। एसकेएमसीएच में अभी 160 लोगों की डेंगू जांच किट उपलब्ध है। विभाग ने बताया कि जरूरत पड़ने पर और भी किट मंगाई जाएगी। मंगलवार को भी डेंगू का एक सैंपल जांच के लिए लैब में आया, जिसकी जांच बुधवार को की जायेगी। डेंगू के पॉजिटिव केस मिलने के बाद भी शहरी क्षेत्र में फॉगिंग नहीं हो रही है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि शहरी क्षेत्र में फॉगिंग कराने का काम नगर निगम का है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में विभाग कराता है। फॉगिंग नहीं होने से जिन इलाकों में डेंगू के मामले नहीं बढ़े हैं, वहां भी लोगों को डर है कि यहां भी डेंगू न फैल जाये।
● निजी लैब में भगवानपुर, शेरपुर, मालीघाट के मरीज पॉजिटिव मिले
● स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में एक महीने में सात मरीज
● एसकेएमसीएच में दस दिनों में पांच की रिपोर्ट आयी पॉजिटिव
पिछले 10 दिनों में एसकेएमसीएच में कितने सैंपल आये
16 अक्टूबर- 2 सैंपल, 1 पॉजिटिव
17 अक्टूबर- एक भी केस नहीं
18 अक्टूबर- एक भी केस नहीं
19 अक्टूबर- 2 सैंपल, 1 पॉजिटिव
20 अक्टूबर- एक भी केस नहीं
21 अक्टूबर- एक भी केस नहीं
22 अक्टूबर- 2 सैंपल, एक पॉजिटिव
23 अक्टूबर- 3 सैंपल- दो पॉजिटिव
24 अक्टूबर- एक भी केस नहीं
25 अक्टूबर- एक भी केस नहीं
26 अक्टूबर- एक सैंपल, जांच बाकी
जहां-जहां डेंगू के मरीज मिले हैं, वहां हमलोगों ने फॉगिंग करायी है। राज्य सरकार की गाइडलाइन है कि जहां डेंगू के मरीज मिले, उस क्षेत्र के आसपास फॉगिंग करायी जाये, यह काम हमलोगों ने कर दिया है। -डॉ. विनय कुमार शर्मा, सिविल सर्जन
Source : Hindustan
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