बगहा. बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बगहा स्थित वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व से सटे रिहायशी इलाकों में बरसात के बाद भी वन्य जीवों के निकलने का सिलसिला जारी है. रविवार को वाल्मीकिनगर के एनपीसीसी कॉलोनी के एक घर से भारी-भरकम और विशालकाय अजगर निकलने से हड़कंप मच गया. इसकी खबर होते ही वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई. सूचना मिलने पर वहां पहुंची वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत कर अजगर को रेस्क्यू कर लिया. बताया जा रहा है कि इस साल जितने भी अजगरों का रेस्क्यू किया गया था यह उसमें सबसे बड़ा अजगर है. रेस्क्यू किये गये अजगर की लंबाई 18 फीट और वजन लगभग 90 किलोग्राम है. रेस्क्यू के बाद वनकर्मियों ने अजगर को वीटीआर के अंदर छोड़ दिया.
दरअसल वीटीआर से सटे इलाकों में अक्सर वन्य जीव की चहलकदमी रहती है. शिकार की तलाश में वो रिहायशी इलाकों में पहुंच जाते हैं. ऐसे जानवरों में तेंदुआ, मगरमच्छ और अजगर की संख्या ज्यादातर होती है. अजगर ज्यादातर चूहा और अन्य छोटे जानवरों को दबोचने के लिए जंगलों से निकलकर रिहायशी इलाके में घुसपैठ करते हैं. हालांकि कुछ जानवर गंडक नदी के पानी के बहाव के साथ बह कर इधर चले आते हैं.
बता दें कि वाल्मीकिनगर से सटे रिहायशी इलाके के लोग जंगली जानवरों की रक्षा करने में तत्पर दिखाई देते हैं. यदि कोई जानवर जंगलों से निकल कर या भटक कर उनके बीच आता है वो वन विभाग को इसकी सूचना देते हैं. इसके बाद वन विभाग की टीम वहां पहुंचकर उसका सफल रेस्क्यू करती है. इसमें ग्रामीण भी अपना सहयोग देते हैं. हालांकि कुछ जगहों पर ऐसा भी देखने को मिला है कि वन विभाग की टीम के नहीं पहुंचने पर ग्रामीण स्वयं जानवरों को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ आते हैं.
Source : News18
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